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आयुर्वेद कॉलेज: 5वें साल भी 75 सीटों की मान्यता, पहली बार ऑनलाइन एडमिशन

बिलासपुर ll शहर के शासकीय आयुर्वेद कॉलेज को इस साल 75 सीटों की मान्यता मिली है। कुछ महीने पहले भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली के अफसरों ने कॉलेज का जायजा लिया था। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन को यहां की खामियों की दूर करने की बात कही थी। इसके बाद इस सत्र के लिए उन्होंने एकबार फिर 75 सीटों की मान्यता दी है।

कॉलेज प्रबंधन ने कहा- जल्द शुरू होगी प्रवेश की प्रक्रिया
शहर के शासकीय आयुर्वेद कॉलेज को इस साल 75 सीटों की मान्यता मिली है। कुछ महीने पहले भारतीय चिकित्सा पद्धति राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली के अफसरों ने कॉलेज का जायजा लिया था। उन्होंने कॉलेज प्रबंधन को यहां की खामियों की दूर करने की बात कही थी। इसके बाद इस सत्र के लिए उन्होंने एकबार फिर 75 सीटों की मान्यता दी है।

राज्य के आयुष विश्वविद्यालय ने पहले ही कॉलेज को मान्यता दे दिया है। इसके बाद नेशनल कौंसिल ऑफ इंडिया सिस्टम ऑफ मेडिसिन ने सीटों के लिए आगे की प्रक्रिया बढ़ाई है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रक्षपाल गुप्ता के मुताबिक आने वाले दिनों में बच्चों के एडमिशन और बाकी औपचारिकताएं शुरू होंगी। उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब छात्रों को ऑनलाइन एडमिशन दिया जाएगा। आयुर्वेद कॉलेज का नया भवन आने वाले दिनों में बनाया जाना है। सुविधाओं की कमी के कारण नहीं बढ़ रही सीट आयुर्वेद कॉलेज में कई तरह की मशीन खराब है। जूना बिलासपुर में नागोराव शेष स्कूल में संचालित इस कॉलेज में कमरे और टेबल कुर्सियों की कमी है।

इसके अलावा प्रैक्टिकल के लिए बच्चों को तीन किलोमीटर दूर नूतन चौक जाना पड़ता है। वहां आयुर्वेद का अस्पताल है, जहां के मरीजों पर बच्चे प्रेक्टिस कर रहे हैं। ऐसी ही दिक्कतों के चलते यहां की सीटों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है।

शहर के आयुर्वेद कॉलेज को 75 सीटों को मान्यता मिल गई है। पिछले पांच साल से इतनी सीटें मिलती आ रही है। प्रवेश नियमों में सिर्फ बदलाव किया गया है कि अब इससे जुड़ी सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।

डॉ. रक्षपाल गुप्ता, प्राचार्य, आयुर्वेदिक कॉलेज 64 सीटें राज्य और 11 सेंट्रल कोटे से आयुर्वेद कॉलेज बिलासपुर में 75 सीटों में 64 सीटें राज्य के बच्चों के लिए और 11 सीटें केंद्र के बच्चों को अलॉट होगी। प्राचार्य गुप्ता के मुताबिक यदि सेंट्रल कोटे में राज्य के बच्चे अच्छा अंक लाते हैं इसमें भी उन्हें मौका मिलेगा।

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