कांग्रेस ने दो पूर्व विधायक को पार्टी से छह साल के लिए किया निष्कासित
कांग्रेस ने दो पूर्व विधायक को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. पूर्व विधायक विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया है. दोनों ही नेताओं ने चुनाव में हार के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए थे. पार्टी ने पूर्व विधायकों के बयान पर कराण बताओ नोटिस जारी किया था. ये निष्कासन तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से जारी निष्कासन आदेश में कहा गया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2023 के नतीजों के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी के खिलाफ सार्वजनिक रूप से लगाये गये तथ्यहीन आरोप को निराधार व प्रस्तुत जबाव / स्पष्टीकरण से असंतुष्ट होकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के आदेशानुसार 14 दिसम्बर 2023 को पूर्व विधायक डॉ. विनय जायसवाल को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंडियन नेशनल कांग्रेस) की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित किया जाता है. वहीं नतीजों के बाद प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं के उपर सार्वजनिक रूप से लगाये गये तथ्यहीन आरोप को निराधार और प्रस्तुत जबाव/स्पष्टीकरण से असंतुष्ट होकर पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह को भी छह सालों के निष्कासित किया जाता है.
पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल को नोटिस
इसके अलावा पूर्व मंत्री जय सिंह को नोटिस जारी किया गया है. कोरबा से विधायक और भूपेश सरकार में राजस्व मंत्री रहे जय सिंह अग्रवाल अब कांग्रेस आलाकमान की रडार में आ गए है. जय सिंह अग्रवाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की ओर से प्रभारी प्रदेश महामंत्री मलकित सिंह गैंदू एक नोटिस दी है. जिसमे पूर्व मंत्री को लिखा गया है, “विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम के बाद आपने अपने विधानसभा की हार पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस आयोजित की थी. जिसमें राज्य सरकार पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए . प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल पर गंभीर आरोप लगाए है. जिसकी जानकारी विभिन्न मीडिया के माध्यम से मिली है.” पार्टी ने पूर्व राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल से 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है.