कोरोना के बाद स्कूलों में प्रोजेक्ट इज्जत के तहत नियमित नहीं पहुंच रहा सैनेटरी पैड
वार्षिक कार्ययोजना बैठक में फंड के अभाव को लेकर जताई चिंता
अंबिकापुर। सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी द्वारा महिलाओं एवं लड़कियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वरोजगार सहित विभिन्न कार्यक्रमों को लेकर संचालित प्रोजेक्ट इज्जत अंतर्गत प्रतापपुर टीम की वार्षिक कार्ययोजना बैठक आयोजित की गई। प्रतापपुर में आयोजित की गई बैठक में आगामी समय में प्राजेक्ट इज्जत के तहत स्कूलों में हर माह सैनेटरी पैड की नियमित पहुंच, शिक्षा के साथ-साथ स्कूली छात्राओं को सिलाई-कढ़ाई, कंप्यूटर, जैम निर्माण, ब्यूटी पार्लर, बैग निर्माण, कैरी बैग सहित विभिन्न कार्यों में प्रशिक्षित करने पर विचार विमर्श व निर्णय लिया गया। महिला स्वयं सहायता समूह के महिलाओं के साथ जुड़कर प्रतापपुर ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर व्यापक स्तर पर कार्य करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान नई दिल्ली के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कार्यक्रम की प्रस्तुती देकर आए सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया।
प्रतापपुर गर्ल्स स्कूल के व्याख्याता सुजीत मौर्य ने कोरोना के बाद सैनेटरी पैड के अनियमित उपलब्धता पर चर्चा करते हुए कहा संस्था द्वारा जानकारी दी गई है कि कोविड-19 के बाद फंड एकत्र करने में काफी दिक्कतें हो रही हंै, इसलिए हर माह समय पर सैनेटरी पैड स्कूलों में नहीं पहुंच पा रहे हैं, इसे देखते हुए हम सब मिलकर स्थानीय स्तर पर इसके लिए प्रयास करें तो अपने क्षेत्र की लड़कियों एवं स्कूल छात्राओं के लिए बेहतर कर सकते हैं। इस पर सभी ने सहमति दी। व्याख्याता जागृति मिंज ने प्रतापपुर में चल रहे माहवारी स्वच्छता कार्यक्रम सहित संस्था के विभिन्न कार्यक्रमों पर चर्चा करते हुए इसमें सहभागी होने वाले एवं नि:स्वार्थ भाव से कार्य करने वाले प्रतापपुर टीम व संस्था को धन्यवाद दिया। शिक्षिका प्रतिमा सिंह ने रूक जाना नहीं तू कभी हार के… गीत के माध्यम से सबका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कोविड के बाद थोड़ी सी दिक्कत जरूर आई है लेकिन हम सब मिलकर मुश्किलों से बाहर निकलेंगे और हमारे स्कूल की छात्राओं की हमसे जो अपेक्षा है, उस पर खरा उतरेंगे। कार्यक्रम में आभा किरण खलखो, अंजना कुजूर, संतोषी मिंज, राजकुमारी सोनपाकर, शिल्पी रानी, मुन्नी पांडेय, सीमा डे, राजेश्वरी निराला, दुर्गा देवांगन, अजीत पाल मिंज, अनिता मोर्या, संतलाल सहित काफी संख्या में प्रतापपुर टीम के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सुजीत कुमार मौर्य ने किया।
आमजनों के सहयोग से करते हैं वितरित-अंचल ओझा
प्रोजेक्ट इज्जत के संयोजक अंचल ओझा ने कहा सैनेटरी पैड आमजनों से मिलने वाले सहयोग से स्कूलों में वितरित होता है, अधिकतर सहयोग हमें बाहर से ही मिलता है। कोविड के बाद इसमें काफी कमी आई है। हम सब सरगुजा संभाग में व्यापक स्तर पर माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर कार्य कर रहे हैं। स्कूलों में छात्राओं को नि:शुल्क पैड उपलब्ध करा रहे हैं, बावजूद न तो सरकार का इस ओर कोई ध्यान है न तो स्थानीय स्तर पर प्रशासन का। हम सबको स्वयं ही स्थानीय स्तर पर ऐसे लोगों से संपर्क करके अपने कार्यों को बताना है, जिससे हर वर्ष कुछ लोगों से एक निर्धारित राशि अथवा सैनेटरी पैड सहयोग के रूप में ले सकें। उन्होंने कहा प्रतापपुर ब्लॉक के 90 प्रतिशत स्कूलों में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर कार्यक्रम चल रहा है। हमें स्वयं लोगों के पास जाना होगा, ताकि स्कूली छात्राओं की आवश्यकता पूरी हो सके।