महतारी एक्सप्रेस के पॉयलट व ईएमटी हड़ताल पर, निजी वाहनों से प्रसूताओं को ले जा रहे स्वजन
पांच दिन बाद भी नहीं बन पाई वैकल्पिक व्यवस्था, नए सेवा प्रदाता कंपनी पर टिकी निगाह
अंबिकापुर। महतारी एक्सप्रेस के पॉयलट व ईएमटी के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से प्रसूताओं को एंबुलेंस की सेवा से वंचित होना पड़ रहा है, साथ ही काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। महतारी 102 एक्सप्रेस के पॉयलट, ईएमटी अपनी मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से हड़ताल पर हैं। इसके बाद भी अभी तक किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनाई गई है। गर्भवती माताओं को अस्पताल तक लाने व प्रसव के बाद ले जाने के लिए स्वजन निजी वाहन का सहारा ले रहे हैं। समय पर वाहन की व्यवस्था नहीं मिलने से ऐसी महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है। दो दिन पूर्व ही एक महिला का प्रसव वाहन में होने का मामला सामने आया है। किसी तरह जच्चा-बच्चा को अस्पताल लाया गया।
वर्तमान में 102 महतारी एक्सप्रेस का संचालन जेवीके कंपनी कर रही है। 20 सितंबर से कंपनी के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से प्रसूताओं के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है, इससे गर्भवती माताओं व प्रसूताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रसव पीड़ा से कराह रहीं महिलाओं को ई-रिक्शा व निजी वाहन से अस्पताल लाने की मजबूरी के आगे स्वजन नत हैं। रास्ते में वाहन में ही असुरक्षित प्रसव हो जा रहा है। निजी वाहन संचालक मौके का नाजायज फायदा उठाने में पीछे नहीं हैं। ये प्रसूताओं के परिजन से मनमाना रकम वसूल रहे हैं। सोमवार को एक प्रसूता को उसके स्वजन ई-रिक्शा से करीब 30 किलोमीटर दूर लुण्ड्रा थाना क्षेत्र के ग्राम जरहाडीह ले जाने नजर आए। महिला का प्रसव सर्जरी से हुआ था। ऐसे में ई-रिक्शा से प्रसूता का सफर करना खतरों से भरा रहा। मजबूरी में एक से दो हजार रुपये देकर लोग अपने घर जाने व अस्पताल पहुंचने को मजबूर हैं।
*जिले में 13 महतारी एंबुलेंस संचालित*
सरगुजा जिले में 13 महतारी एक्सप्रेस संचालित हैं, जिसमें 52 कर्मचारी काम करते हैं। इनके कर्मचारियों का कहना है कि 102 महतारी एंबुलेंस सेवा की नई सेवा प्रदाता ठेका कंपनी भर्ती विज्ञापन जारी कर नए कर्मचारियों की भर्ती कर रही है, इन्हें काम से पृथक किया जा रहा है। कर्मचारियों ने बताया मांगों व समस्याओं के निराकरण हेतु वे प्रदेश के मुख्यमंत्री, एंबुलेंस सेवा प्रदाता ठेका कंपनी, स्वास्थ्य विभाग एवं शासन-प्रशासन को मांग पत्र कई वर्षों से देते आ रहे हैं, लेकिन समस्याओं के निराकरण की दिशा में सार्थक पहल नहीं हुई है।
*कर्मचारियों को काम से पृथक करने की चिंता*
102 महतारी एक्सप्रेस का संचालन फिलहाल जीवीके कंपनी द्वारा किया जा रहा है। एक अक्टूबर से इस कंपनी का टेंडर खत्म हो जाएगा और नई कंपनी कैंप द्वारा एंबुलेंस का संचालन किया जाएगा। नई कंपनी के द्वारा पुुराने कर्मचारियों की छंटनी के बाद पुराने कर्मचारियों को काम से पृथक होने की चिंता सता रही है। इनकी मांग है कि उन्हें काम से पृथक नहीं किया जाए, बल्कि नई कंपनी उनकी सेवा ले।
*बयान*
महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसके बाद अभी तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं बनी है। नई कंपनी के आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगा।
*अभय प्रताप, जिला नोडल, महतारी एक्सप्रेस*