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एनटीपीसी भूविस्थापित परिवार बैठे आमरण अनशन पर, 5 दिन गुजरे पर प्रशासन नहीं ले रहा सुध

भूविस्थापितों ने कहा श्रम मंत्री के लेटर के बाद भी कलेक्टर ने नहीं की कार्यवाही, जिला प्रशासन के द्वारा झूठी भ्रामक आश्वासन के चलते हैं परेशान

कोरबा / NTPC भूविस्थापितों द्वारा तानसेन चौक पर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन के संबंध में “प्रेस वार्ता कर दी गई जानकारी अनुसार अनिश्चितकालीन आमरण अनशन एनटीपीसी कोरबा, भू विस्थापितों द्वारा नौकरी व शेष मुआवजा की मांग, 09 माह तक, एनटीपीसी कोरबा और जिला प्रशासन के द्वारा झूठी भ्रामक आश्वासन के खिलाफ निराकरण नहीं करने को लेकर दिनांक 30,01,2024, 12:00 से, आमरन अनशन में बैठे हैं कलेक्टर महोदय के द्वारा नौकरी मुआवजा की लिखित में पत्र जारी नहीं करने पर एनटीपीसी के भू स्थापित आमरण अनशन बैठने के लिए मजबूर हुए नाराज होकर

सन 1978 79 में ग्राम चारपारा की भूमि एनटीपीसी कोरबा द्वारा भू अर्जन बिलासपुर के के माध्यम से अधिग्रहण किया गया था 1980 से 1986 तक की शेष मुआवजा एनटीपीसी कोरबा के द्वारा और भू अर्जन अधिकारी बिलासपुर एवं भू अर्जन अधिकारी कोरबा के द्वारा ग्राम चारपारा के कुछ किसानों को शेष मुआवजा नहीं दिया गया है ग्राम चारपारा की संपूर्ण जमीन लगभग 1000 एकड़ भूमि को एनटीपीसी कोरबा के द्वारा अधिग्रहण किया गया है 650 एकड़ भूमि का मुआवजा दिया गया है बाकी शेष भूमि का मुआवजा बाकी है

4 सितंबर 1979 में आम सूचना जारी अनुसार प्रत्येक परिवार को क्रमिक रूप से रोजगार प्रदान किया जाएगा दिनांक 22,01,1981 में श्रीमान बिलासपुर कलेक्टर के द्वारा अभिलंब नौकरी देने के लिए एग्रीमेंट किया के अनुसार और एनटीपीसी प्रबंधक 1987 में आम सूचना अनुसार सीपत बिलासपुर के 33 भूविस्थापितों को ट्रेनिंग कराकर भर्ती किया एनटीपीसी कोरबा में इसके अनुसार और महामहिम राज्यपाल के द्वारा आदेश किया गया इसके अनुसार ग्राम चारपारा के भूस्थापित राजन कुमार पटेल घसियारामकेवट मथुरा कुमार केवट रामायण प्रसाद केवट शुभम केवट के द्वारा 108 घंटे तक आमरण अनशन पर हैं

पूर्व कलेक्टर संजीव कुमार झा के द्वारा मौखिक में बोला गया पात्रता रखते हैं तो नौकरी प्रदान की जाएगी मौखिक में बोला गया जमीन को जांच किया जाएगा थोड़ा जटिल मामला है पूर्व कलेक्टर सौरभ कुमार के द्वारा मौखिक में बोला गया कि अगर आपकी जमीन बच्चा है तो मैं बिल्डिंग तुड़वा करके दिलवाऊंगा मुआवजा इन मौखिक का कोई स्वयं प्रशासन महत्व नहीं रखते पदभार में दूसरा कलेक्टर आते हैं दूसरा नया ढंग से करते हैं

अपर कलेक्टर के द्वारा कमेटी बनाई गया है जो नए तरीका से गुमराह करने का तरीका है किसान के बिना उपस्थिती में कमेटी तैयार नहीं होता और नहीं कमेटी का कार्य होता है इसके पहले भी गुमराह करते हुए आए हैं और श्रीमान अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा  रिचा सिंह के द्वारा भूविस्थापितों का अधिग्रहण भूमि की जांच की गई थी फर्जी तरीके से उसको भी लिखित में नहीं दिया है तो जिला प्रशासन एक गुमराह ही कर रहा है किसानों को

एनटीपीसी के भू स्थापितो के द्वारा लगभग 40 वर्षों से लगातार नौकरी मुआवजा के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहे हैं और अभी वह बुजुर्ग हो चुके हैं अभी उनके वारिसानों के द्वारा दिनांक 22,04,2023 से एनटीपीसी से नौकरी मुआवजा बसावट को मांग को लेकर आईटीआई रामपुर चौक के पास 93 दिन तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहे निराकरण नहीं होने पर दिनांक 24,07,2023 को एनटीपीसी गेटबंदी करने गए गेट पर सांकेतिक प्रदर्शन किया गया जिला प्रशासन व एनटीपीसी प्रबंधक के द्वारा आश्वासन दिया गया उसे पर गुमराह किया गया दिनांक 5,08,2023 को भू स्थापित अपने जीवन की भरण पोषण के लिए अधिग्रहित भूमि शेष मुआवजा को लेकर पुनः जमीन को काबिज करने के लिए गए थे मौके में प्रशासन मौजूद और जिला प्रशासन के तरफ से दारी तहसीलदार राजेंद्र भारत पहुंचकर हुई स्थापितों को आश्वासन दिया गया कलेक्टर स्तर में बैठक कराकर नौकरी मुआवजा की मांग को पूरा करेंगे बोला गया। अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा रिचा सिंह के द्वारा 19,08,2023 को कटघोरा में बैठक कराकर भूस्थापितों के बीच एनटीपीसी प्रबंधक के द्वारा अध्यक्षता में एक सप्ताह का टाइम दिया था अनुविभागीय अधिकारी द्वारा फिर गुमराह करना चालू कर दिया दिनांक 24,08,2023 को ग्राम चारपारा के भूविस्थापितों के द्वारा शासन प्रशासन को सूचना दिया गया की आत्मदाह करने की निराकरण नहीं होने पर दिनांक 29,08,2023 को भू स्थापितों के द्वारा आत्मदाह का प्रयास किया गया कोरबा एसडीएम कोर्ट में बैठक कराकर श्रीकांत वर्मा के अध्यक्षता में भूविस्थापितों के बीच बैठक की गई उसके बाद में श्रीमान कलेक्टर महोदय सौरभ कुमार के द्वारा नौकरी मुआवजा की दिशा को भटकाने के लिए एफआईआर दर्ज किया गया थाना सिविल लाइन में नौकरी दिलवाने के बजाय जिला प्रशासन की काली कुर्ती देखिए दिनांक 29,09,2023 को श्रीमान अपर कलेक्टर के द्वारा ग्राम चारपारा कि भूविस्थापितों को ठगने के लिए झूठ मीटिंग किया गया एक-एक को बुलाकर ठगवा कलेक्टर दिनेश कुमार नाग है एनटीपीसी के फेवर में ही बात करते हैं यह श्रीमान कलेक्टर महोदय किसान के लिए कार्य करने के बजाय एनटीपीसी के लिए कार्य करते भू स्थापितों द्वारा ग्राम चरापारा नौकरी मुआवजा की मांग को लेकर सांसद जनप्रतिनिधि के पास गुहार लगाई हैं किसी ने नहीं सुना

जिला बिलासपुर से भू अर्जन अधिकारी के एनटीपीसी द्वारा अधिग्रहण दस्तावेज भुगतान पत्रक अर्जन पत्रक 13,17,18,22, उपलब्ध कराने एवं नौकरी मुआवजा प्रकरण को पूरा करने व अधूरी प्रकरण को पूरा करने के लिए और नौकरी मुआवजा बसाहट दिलाने के लिए दिनांक 30,01,2024 को कलेक्टर महोदय के समक्ष ज्ञापन दिया गया है जब तक हमारी मांग, नौकरी मुआवजा बसाहट को लिखित में नहीं दिया जाता तब तक हम भू स्थापित आमरण अनशन पर आईटीआई चौक के पास बैठे रहेंगे जिसकी समस्त जवाबदारी जिला प्रशासन की और एनटीपीसी प्रबंधन की है और सांसद और जनप्रतिनिधि स्थानी की है जिसकी सूचना शासन प्रशासन को दिनांक 17,01,2024 को दी गई है।

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