करमा पर्व पर मांदर की थाप पर खूब नाचे लोग
अंबिकापुर। सरगुजा संभाग में सोमवार को करमा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसका विशेष उत्साह ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिला। आदिवासी समाज के लोग पूरे दिन उपवास रहे और पर्व की तैयारियों में जुटे रहे। शाम को धार्मिक स्थान के अलावा घरों में करमवृक्ष की पूजा कर मंगलमय जीवन की कामना की गई। शाम होते ही महिलाएं घरों में पूजा के लिए लगाए गए धान, मक्के की फसल का ज्वारा डलिया में लेकर गीत-गाते हुए करमवृक्ष की पूजा करने के लिए निकलीं, इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। सामूहिक रूप से पूरी रात लोग मांदर की थाप पर पारंपरिक परिधान में नाचते-गाते रहे। करमा पर्व को लेकर आदिवासी समाज में विशेष उत्साह देखा गया। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार भादो महीने के एकादशी को मनाया जाता है। इस पर्व को आदिवासी समाज के अलावा अन्य समाज के लोग भी मनाते हैं। सरगुजांंचल में बहनेेंं इस दिन अपने भाई के दीर्घायु होने की कामना करते हुए व्रत रखती हैं। रात को करम देवता की पूजा के बाद प्रसाद ग्रहण कर व्रत तोड़ती हैं।