कांग्रेस में टिकट की मारामारी:भूपेश, लखमा, उमेश, कमरो सीट से अकेले दावेदार, 90 सीटों पर आए 1900 आवेदन,जाने कहाँ से कितने आवेदन आए
रायपुर ll विधानसभा चुनाव की टिकिट पाने के लिए कांग्रेस नेताओं में होड़ मची हुई है। इन सबके बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल और विधायक गुलाब कमरो की सीट से ये अकेले दावेदार हैं। इनकी सीट से किसी अन्य नेता ने आवेदन नहीं किया है। वहीं रविन्द्र चौबे की सीट से एक अन्य नेता द्वारा आवेदन की बात सामने आ रही है।
वहीं उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की सीट अंबिकापुर से 100 लोगों ने आवेदन किया है। बाबा की तरह ही सभी मंत्रियों की सीट से कई दावेदार सामने आए हैं। आवेदन देने वालों में पति-पत्नी, मां-बेटा, पिता-पुत्र जैसे मामले भी सामने आए हैं।
रायपुर जिले की सात सीटों में 145 दावेदार मैदान में आ गए इसी तरह बिलासपुर जिले की सीट से 345, दुर्ग जिले में 300 से ज्यादा दावेदार मैदान में हैं इसमें से अकेले वैशालीनगर से 71 लोगों ने आवेदन किया है। फार्म ले रहे ब्लाक अध्यक्षों ने भी अपनी दावेदारी की है। रायपुर दक्षिण से चार बार से ब्लाक अध्यक्ष रहे सुमित दास ने आवेदन जमा किया।
सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव के साथ उनके पति लखनलाल ध्रुव ने आवेदन जमा किया है। यहां पर पूर्व विधायक अंबिका मरकाम समेत कुल 27 दावेदारों ने आवेदन किया है। दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा और उनके पुत्र छबिन्द्र कर्मा ने दावेदारी पेश की है। कटघोरा से जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर और उनके पति छत्रपाल सिंह ने आवेदन किया है। वहीं रामपुर सीट से पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर तथा उनके पुत्र मोहिंदर सिंह ने दावेदारी पेश की है। चिरमिरी से चंद्रप्रकाश मित्तल ने अपने पुत्र अिर्पत मित्तल के साथ आवेदन किया है।
*आरंग में मंत्री शिव डहरिया के साथ 10 दावेदार
*दुर्ग ग्रामीण में ताम्रध्वज के साथ 12 से ज्यादा दावेदार।
*वनमंत्री मोहम्मद अकबर के साथ 7 ने किए आवेदन।
*राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के सामने- 5 दावेदार।
*खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के सामने 15 से ज्यादा दावेदार।
*पीएचई मंत्री गुरु रुद्रकुमार के सामने 26 आवेदन।
*महिला एवं बाल विकास मंत्री भेडिया के सामने 6 से दावेदार।
पांच नामों का पैनल जिलों में भेजे जाएंगे :
ब्लॉकों में आए आवेदनों की स्क्रूटनी करके पांच नामों के पैनल के साथ सभी आवेदन जिलों में भेजे जाएंगे। जिला कांग्रेस इनमें से तीन नाम की सूची बनाकर सभी आवेदन पीसीसी भेजेगी। पीसीसी में चुनाव समिति की बैठक के बाद सिंगल नाम और जहां विवाद की स्थिति होगी वहां पर दो-दो लोगों के नाम भेजे जाएंगे।