कोरबा का कोयला कारोबारी लारेंस बिस्नोई गैंग के निशाने पर
कोरबा ll कोरबा का एक कोयला कारोबारी लारेंस बिस्नोई गैंग के निशाने पर है। इसका खुलासा रायपुर पुलिस की जांच में हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में आए शूटरों ने स्वीकार किया है कि उन्हें रायपुर और रायगढ़ के बाद कोरबा में हत्या को अंजाम देना था। अमन साहू गैंग ने कोयला कारोबारी को मारने की सुपारी बिस्नोई गैंग को दी थी। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि पिछले साल झारखंड के अमन साहू गिरोह ने एक कोयला कारोबारी के कार्यालय के बाहर फायरिंग की थी। इसका मकसद रंगदारी वसूलना था। यह रंगदारी झारखंड में एक कारोबार के लिए मांगा जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में अमन साहू गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
इस बीच रायपुर पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई की और रायपुर में एक कारोबारी को मारने आए लारेंस बिस्नोई गैंग के सदस्यों को पकड़ लिया। उनसे पुलिस ने लंबी पूछताछ की। छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थान से तीन और राजस्थान से एक आरोपी को पकड़ लिया। इसके तहत रोहित स्वर्णकार नाम के युवक को छत्तीसगढ़ भेजा गया था जो बोकारो झारखंड का रहने वाला है। रोहित लेकिन कु अमन साहू गिरोह का सदस्य है। बूंदाबांदी कोरबा में घटना के लिए अमन साहू वातावरण गिरोह ने राजस्थान के लारेंस बिस्नोई भरी ने लो गिरोह को सुपारी दी थी। इसके लिए जरूरी संसाधन मुहैया कराए गए थे। गिरोह के कब्जे से पुलिस ने एक पिस्टल, एक मैग्जीन सहित अन्य सामान जब्त किया है। कोरबा में रह घटना से पहले रायगढ़ और रायपुर में वारदात को अंजाम देना था।