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ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में तैराकी को नहीं किया गया शामिल

नगर निगम नहीं उपलब्ध करा सका स्वीमिंग पुल,प्रति वर्ष खेल कैलेंडर में शामिल रहता है तैराकी

कोरबा/खेल युवक कल्याण विभाग व जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष गर्मी के मौसम में प्रत्येक वर्ष खिलाड़ियों के लिए ग्रीमष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा जाता है। इस वर्ष भी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन विभाग द्वारा किया है, किंतु तैराकी जैसे खेल को इस वर्ष के प्रशिक्षण शिविर में शामिल नहीं किया गया है। परिणामस्वरूप तैराकी में प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों को जिले में कहीं भी प्रशिक्षण की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसके पीछे नगर निगम द्वारा प्रशिक्षण शिविर के लिए स्वीमिंग पुल नहीं उपलब्ध कराने का कारण बताया जा रहा है, जबकि एनटीपीसी और बालको जैसे उद्योगिक उपक्रमों में स्वीमिंग पुल मौजूद है, लेकिन विभाग ने उन औद्योगिक उपक्रमों के स्वीमिंग पुल को लेने की जरूरत नहीं समझी।

ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर में सभी टीम को शामिल किया गया है। जिसके लिए एक पखवाड़े पूर्व ही खेल मैदान का चयन किया गया है, किंतु इस वर्ष तैराकी को प्रशिक्षण शिविर में शामिल नहीं किया गया है, जबकि राज्य शासन द्वारा प्रशिक्षण शिविर के लिए जारी खेल कैलेंडर में तैराकी शामिल है। ऐसे में तैराकी के प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जाना अनिवार्य है। जिले में खेल एवं युवक कल्याण विभाग द्वारा 15 मई से ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शुरू किया गया है, जिसमें तैराकी को बाहर कर दिया गया हैl

वहीं खेलो इंडिया योजना के लिए कोच की नियुक्ति बिना किसी ट्रालय के करना एवं कोच को दिए जाने वाले मेहनताना में कमीशन लेने ज्यादा रूची दिखाई जा रही है। जिले में खेल युवक कल्याण विभाग में जो अधिकरी लंबे समय से पदस्थ हैंl

उनकी गतिविधियों को लेकर हमेशा सवाल खड़े होते रहते हैं। कुछ अधिकारी दूसरे विभाग के होने के बावजूद यहां लंबे समय से जमे हुए हैं। अपने तरीके से प्रशिक्षण शिविर में खेलों को शामिल कर रहे हैं। जबकि ऐसे खिलाड़ियों को उनके मूल विभाग में वापस भेजने की कार्यवाही भी नहीं हो रही है। यही कारण है कि खेल युवक कल्याण विभाग वित्तीय अनियमितताओं में डूबा हुआ है और अपने मनमाने तरीके से खेलों को संचालन कर रहा है। यही कारण है कि खेल प्रतिभाएं प्रशिक्षण शिविर से भी सामने नहीं आ पा रही है।

 

निगम के स्वीमिंग पुल को ठेके में दिया गया है। खेल युवक कल्याण विभाग के अधिकारियों द्वारा तैराकी प्रशिक्षण शिविर के लिए स्वीमिंग पुल लेने हेतु उनसे संपर्क नहीं किया गया है। -अखिलेश शुक्ला, जोन प्रभारी, टीपी नगर

तैराकी प्रशिक्षण शिविर के लिए स्वीमिंग पुल की जरूरत पड़ती है। स्टेडियम के स्वीमिंग पुल जो निगम द्वारा संचालित किया जाता है वह उन्हें नहीं मिला है। प्रशिक्षण शुल्क देकर लोग तैराकी सीखने आ रहे है, इसलिए निगम से हमको स्वीमिंग पुल नहीं मिला। प्रशिक्षण के लिए सुबह और शाम की आवश्यकता होती है और दोनों समय निगम का स्वीमिंग पुल उपलब्ध नहीं है। औद्योगिक उपक्रमों के स्वीमिंग पुल के संबंध में उन्हें किसी ने जानकारी नहीं दी है। -दीनू पटेल, जिला खेल अधिकारी, खेल युवक कल्याण विभाग

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