प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने पांव धोकर कराई 101 परिवार की हिंदू धर्म में वापसी, बोले अंतिम सांस तक जारी रहेगा घर वापसी का अभियान
कटघोरा में हुआ समाज प्रमुख सम्मान समारोह, हजारों लोग हुए शामिल, जयश्री राम के उद्घोष से गुंजा नगर, 41 समाज के प्रमुख व 17 हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी हुए सम्मानित
छत्तीसगढ़। कोरबा जिले में पहली बार वृहद स्तर पर हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में गए परिवारों की घर वापसी के लिए कटघोरा के संस्कृतिक भवन में रविवार को समाज प्रमुख सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख एवं धर्म सेना छत्तीसगढ़ के प्रदेश संरक्षक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव एवं हिंदू वाहिनी के राष्ट्रीय सह सचिव कौशलेंद्र सिंह के मुख्य आतिथ्य में हुए उक्त कार्यक्रम के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 101 परिवार की माताओं के पांव धोकर विधि विधान से उनकी हिंदू धर्म में घर वापसी कराई। साथ ही प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के हाथों कटघोरा समेत जिलेभर के 41 समाज के प्रमुख का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कोरबा जिले में में सक्रिय 17 हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारी भी आमंत्रित किए गए थे, उन्हें भी सम्मानित किया गया। कटघोरा नगर में स्थित चकचकवा पहाड़ के हनुमान मंदिर समेत अन्य सभी मंदिरों के पुजारी भी कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किए गए। कार्यक्रम के दौरान कटघोरा के अलावा जिलेभर से हजारों लोग शामिल हुए। कार्यक्रम स्थल पर शुरू से आखिरी तक जय श्री राम के उद्घोष गुंजते रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव व कौशलेंद्र सिंह के अलावा रामाश्रय पांडेय, धर्म सेना के बिलासपुर संभाग अध्यक्ष विष्णू पटेल, कार्यक्रम अध्यक्ष आत्मा नरायण पटेल, छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र बहादुर सिंह समेत भाजपा नेता देवेंद्र पांडेय मंचस्थ रहे। कार्यक्रम के आयोजन व संचालन में धर्म सेना के जिला अध्यक्ष सकेत शर्मा, जिला मीडिया प्रभारी नवीन गोयल, जिला मंत्री सेंटी गर्ग, जिला प्रशासनिक प्रमुख सदानंद राठौर व जिला महामंत्री नरेश राजपूत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
पिता के अधूरे सपने को पूरा करने चला, अंतिम सांस तक जारी रहेगा घर वापसी अभियान: प्रबल
समाज प्रमुख सम्मान समारोह सह घर वापसी अभियान कार्यक्रम के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने अपने उद्बोधन में घर वापसी करने वाले परिवारों का स्वागत करते हुए कहा उनके पिता स्व दिलीप सिंह जूदेव ने घर वापसी अभियान की शुरूआत करके 2 लाख परिवार को वापस हिंदू धर्म से जोड़ा। वे राजा होकर भी सनातन धर्म के लिए जात-पात और ऊंच-नीच का भेद न करते हुए धर्मांतरण कर दूसरे धर्म में शामिल किए गए परिवार के लोगों का पांव धोकर उन्हें हिंदू धर्म में वापस शामिल कराते रहे। उनके जाने के बाद वे अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लेकर घर वापसी अभियान चला रहे हैं जो उनके अंतिम सांस तक जारी रहेगा।