मुख्यमंत्री के अद्भुत विजन से लोक खेल फिर आए प्रचलन में-संभागायुक्त
संभाग स्तर तक पहुंचा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक, 14 खेलों में भाग ले रहे संभाग के सभी 6 जिलों से आए खिलाड़ी,उद्घाटन सत्र में रस्साकशी व कुश्ती का मुकाबला, शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों ने खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने, प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने व उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने एवं खेल भावना का विकास करने हेतु जारी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 के संभाग स्तरीय आयोजन का उद्घाटन मंगलवार को संभाग आयुक्त शिखा राजपूत तिवारी के मुख्य आतिथ्य में किया गया। गांधी स्टेडियम में आयोजित संभाग स्तरीय ओलंपिक में दीप प्रज्ज्वलन कर संभाग आयुक्त ने प्रतियोगिता की शुरुआत की। छत्तीसगढ़ के पहले हरेली तिहार के दिन से पहले चरण राजीव युवा मितान क्लब स्तर से शुरू हुई प्रतियोगिता जिला स्तर तक खेली जा चुकी है, जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। अब यह प्रतियोगिता पांचवे चरण में संभाग स्तर पर पहुंच गई है, तीन दिवसीय संभाग स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में जिले स्तर पर विजेता खिलाड़ियों का मुकाबला शुरू हो चुका है। इसके बाद संभाग स्तर पर विजेता खिलाड़ी छठवें और आखरी चरण राज्य स्तर पर हिस्सा लेंगे।
सरगुजा संभाग आयुक्त ने इस अवसर पर कहा आज यहां मौजूद खिलाड़ियों को देखकर बचपन की याद आती है। जिन पारंपरिक खेलों को लगभग भुला दिया गया था, आज इसे शासन द्वारा अनोखी पहल के रूप में पुनर्जीवित किया गया है। सभी खिलाड़ी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग का नाम रोशन करें। रस्साकशी, फुगड़ी, बिल्लस जैसे खेलों को हम सभी ने बचपन में खेला है। संभाग आयुक्त ने लोक खेलों को पुन: प्रचलन में लाने के इस अद्भुत विजन के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बहुत-बहुत धन्यवाद प्रेषित किया और सभी खिलाड़ियों को बेहतर खेल खेलने के लिए शुभकामनाएं दीं। तेलघानी बोर्ड सदस्य लक्ष्मी गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में शुरू किए गए इस अद्भुत खेल प्रतियोगिता में हर आयु, वर्ग के लोगों को भाग लेने का मौका मिल रहा है। खेल भावना के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लें। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बेहतर खेलने बधाई प्रेषित की। उल्लेखनीय है कि सरगुजा संभाग में संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में संभाग के सभी छह जिलों सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर, एमसीबी, कोरिया के जिला स्तर की प्रतियोगिता में विजेता खिलाड़ी संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगिता का आयोजन 19 से 21 सितंबर को अंबिकापुर के गांधी स्टेडियम में किया जाना है। 19 सितंबर को उद्घाटन समारोह में रस्साकशी तथा कुश्ती का मुकाबला हुआ। 20 सितंबर को गिल्ली डंडा, पिट्ठुल, लंगड़ी दौड़, बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, 100 मीटर दौड़, लंबीकूद, रस्साकशी का आयोजन होगा। 21 सितंबर को समापन समारोह के साथ संखली, कबड्डी, खो-खो, बाटी (कंचा), भंवरा खेल आयोजित होंगे। प्रतियोगिता में तीन आयु वर्ग प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18-40 वर्ष आयु सीमा तक और तीसरा वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग के प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अभिषेक कुमार, सीईओ जिला पंचायत नूतन कुमार कंवर, जिला स्तरीय अधिकारी एवं सभी जिलों से आए खेल अधिकारी तथा खिलाड़ी उपस्थित रहे।
महिलाओं को मिल रहा मौका नई पहचान बनाने का
कलेक्टर कुंदन कुमार ने इस अवसर पर खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा सरगुजा संभाग के सभी जिलों के दूरस्थ क्षेत्रों से खिलाड़ी यहां आए हैं। पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए शुरू किए गए इस ओलंपिक के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद। मोबाइल युग में छत्तीसगढ़ शासन ने खिलाड़ियों को ऐसा प्लेटफार्म दिया, जिससे लोगों के शारीरिक और मानसिक मजबूती की संकल्पना साकार हो रही है। आज यहां आए खिलाड़ियों में महिला, पुरुषों की संख्या लगभग बराबर है, यहां तक कि सूदूर क्षेत्रों तक से महिलाएं आई हैं। हर आयु वर्ग के लोग इस ओलंपिक में शामिल हो रहे हैं। इसमें कोई बंधन नहीं है। अपने इस जज्बे को बनाए रखें और प्रदेश की प्रगति में अपना योगदान दें। पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोक खेलों को बढ़ावा देने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शुरू की गई इस प्रतियोगिता से लोगों में भी आपसी साझेदारी और भाईचारा बढ़ रहा है।