मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जल्द मिलेगी ब्लड कम्पोनेंट की सुविधा
अंबिकापुर। राजमाता श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध जिला अस्पताल में आवश्यक जांच सेवाओं का विस्तार तेजी से हो रहा है, जिससे मरीजों को राहत मिल रही है। इसी क्रम में अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड कंपोनेन्ट की सुविधा लोगों को मिलेगी। इसके लिए आवश्यक संसाधनों का इंस्टालेशन जयपुर व जबलपुर से आए मैन्युफैक्चरिंग, सप्लायर कंपनी के इंजीनियर करने में लगे हैं। एक अन्य मशीन जर्मनी से आ रही है, इसके बाद ब्लड कंपोनेन्ट की कमी पूरी तरह से दूर हो जाएगी। अस्पताल में 75 लाख रुपये की लागत से ब्लड कंपोनेंंट सेक्शन का विस्तार पृथक से बनाए गए चार कक्षों में किया जा रहा है।
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने गृहनगर के शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला अस्पताल को नया स्वरूप देने की हरसंभव कोशिश की है, इसका परिणाम है कि सरगुजा जिला सहित प्रदेशभर के अस्पतालों में तमाम जरूरी सुविधाओं का विस्तार हुआ है। चिकित्सक व स्टाफ की संख्या में भी वृद्धि हुई है। कहा जाए तो इनके स्वास्थ्य मंत्रित्व काल में मरीजों को मिलने वाली जांच सुविधाओं में आशातीत काफी वृद्धि हुई है, जिससे लोगों को निजी जांच केंद्रों की ओर रूख करने से काफी हद तक निजात मिला है। इसी क्रम में जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड कंपोनेन्ट की सुविधा जरूरतमंदों को मिलेगी। रक्तदाता के खून का जरूरत के अनुरूप चार प्रकार के मरीजों को लाभ मिलेगा। ब्लड बैंक में दिए जाने वाले रक्त से पीआरबीसी, डब्लूबीसी, प्लाजमा, प्लेटनेट अलग-अलग प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी।
इन मशीनों का किया जा रहा इंस्टालेशन
सरगुजा संभाग के सबसे बड़े जिला अस्पताल में मशीन निर्माता कंपनी के जयपुर से आए इंजीनियर कैलाश कुमार व सप्लायर कंपनी के जबलपुर से आए इंजीनियर विवेक सिंह के द्वारा ब्लड कंपोनेंट के मशीनों का इंस्टालेशन शुरू कर दिया गया है। ब्लड कंपोनेंट के लिए कक्ष की कमी दूर होने के बाद गुरूवार को ब्लड बैंक में प्लाजमा स्टोर करने के लिए 80 डिग्री व 40 डिग्री तापमान के दो डीप फ्रीजर का इंस्टालेशन किया गया। इसके अलावा प्लेटनेट इंक्यूवेटर, एगीलेटर, ब्लड कंपोनेन्ट मशीन, क्राई बाथ प्लाजमा प्रोसेसिंग मशीन, व ब्लड पैकिंग के काम में आने वाले ट्यूबसेलर मशीन का स्टालेशन इंजीनियर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि सेंट्रीफ्यूजन मशीन की कमी भी जल्द दूर होगी, इसकी खेप जर्मनी से रवाना हो चुकी है।