लाल डायरी के राज खोलने विधानसभा पहुंचे बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, फटकारते रहे अध्यक्ष सीपी जोशी फिर भी…
राजस्थान विधान सभा का ये आखिरी सत्र काफी हंगामेदार हो गया है. आज पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा विधानसभा में पहुंचते हैं और विधानसभा अध्यक्ष से बोलने का समय मांगते हैं. समय ना मिलने पर वह अध्यक्ष के आसन के सामने आ जाते हैं और लाल डायरी को दिखाने लगते हैं. इसके बाद सदन में हंगामा होने लगता है. उनके साथ विपक्ष के विधायक भी आ जाते हैं.
लाल डायरी दिखाने की मांग जारी रही, मगर उन्हें समय नहीं मिला. इतना ही नहीं राजेंद्र सिंह गुढ़ा दोबारा सदन में आने की कोशिश करते हैं और उन्हें गेट पर ही मार्शल रोक लेते है. वहीं अब राजेंद्र सिंह गुढ़ा के कांग्रेस पार्टी से निष्कासित होने की भी चर्चा तेज हो गई है. यहां का सियासी माहौल गर्म हो गया है.
कौन सी है लाल डायरी ?
पिछले दिनों इंटरव्यू में राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि उस लाल डायरी को जला दिया था, मगर आज उन्होंने लाल डायरी को लहरा दिया है. इससे अब सवाल उठ रहा है कि क्या वहीं लाल डायरी है या कोई दूसरी है? इसके बाद से गुढ़ा उस डायरी का राज सदन में ही खोलना चाह रहे हैं, मगर उन्हें ऐसा नहीं करने दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि ये लाल डायरी नई दिख रही है, जबकि वो पुरानी डायरी की चर्चा कर रहे थे.
और बढ़ेगा मामला ?
अशोक गहलोत की सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा का कहना है कि अभी और आगे मामला बढ़ने वाला है. जिसे लेकर रणनीति बनाई जा रही है. सरकार और विपक्ष दोनों इस मसले पर डटे हुए हैं. अब नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले है. उधर सूत्र बता रहे हैं कि बसपा से कांग्रेस में आये हुए विधायकों को लेकर पार्टी गंभीरता से सोच रही है. कुछ ऐसी ही स्थिति उन विधायकों के मन में भी चलने की बात सामने आ रही है.