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वनों को कटने से बचाओं, अच्छी जलवायु के लिए पेड़ जगाओ, जागरूक बनो और जागरूकता फैलाओ, वन्यजीवों को विलुप्त होने से बचाओ-डॉ. संजय गुप्ता

⭕ *”जानवरों के चले जाने और पेड़ों के चले जाने से, वह समय दूर नहीं जब इंसान भी चले जाएंगे-डॉ. संजय गुप्ता*

⭕ *जीव- जंतुओ को बचाओ, सच्ची मानवता का धर्म निभाओ-डॉ. संजय गुप्ता*

⭕ *वन्य जीवन संरक्षण थीम पर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में आयोजित हुए विविध कार्यक्रम ।*

⭕ *इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने फेस पेंटिंग, निबंध लेखन, स्लोगन लेखन एवं ड्राइंग के माध्यम से दिया वन्य जीव संरक्षण का संदेश ।*

⭕ *विद्यार्थियों ने निबंध लेखन, स्लोगन लेखन एवं फेस पेंटिंग तथा ड्राइंग के माध्यम से व्यक्त किया वन्य जीव संरक्षण हेतु चिंता ।*

⭕ *कटघोरा वनमंडल एवं इंडस पब्लिक दीपका के संयुक्त तत्वाधान में वन्य जीव संरक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन । विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया ।*

वन्यजीव हमारे पारिस्थितिकी तंत्र का एक महत्वपूर्ण कारक है, उनके अस्तित्व के बिनाए पारिस्थितिक संतुलन एक असंतुलित स्थिति में बदल जाएगी। जिस तरह से इस धरती पर मौजूद हर एक प्राणी को अपने अस्तित्व का अधिकार है और इसलिए उन्हें एक उचित निवास स्थान और उनकी शर्तों का अधिकार मिलना चाहिए। लेकिन वर्तमान में हो रही परिस्थितियां पूरी तरह से अलग हैं। मनुष्य अपनी इच्छाओं को लेकर इतना अधिक स्वार्थी हो गया है कि वो यह भूल गया कि अन्य जीवों को भी यही अधिकार प्राप्त है। विभिन्न अवैध प्रथाओं, उन्नति, आवश्यकताओं ने एक ऐसी स्थिति का निर्माण किया है जो काफी चिंताजनक है। यह मनुष्य की एकमात्र और सामाजिक जिम्मेदारी है, व्यक्तिगत आधार पर, हर किसी को चाहिए कि हम अपने अक्षय संसाधनों के संरक्षण के लिए प्रयास करें। वे बहुमूल्य हैं और इनका बुद्धिमानी से उपयोग किया जाना चाहिए। वन्यजीव प्राणी और पौधे हमारी प्रकृति में सुंदरता को जोड़ते हैं। उनकी विशिष्टता, कुछ पक्षियों और जानवरों की सुंदर आवाजए वातावरण और निवास स्थान को बहुत ही मनभावन और अद्भुत बनाती है।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में वन्य जीव संरक्षण विषय पर विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ बढ़चढ़कर हिस्सा लिया । विद्यालय में आयोजित इस प्रतियोगिता को अलग-अलग कक्षा वर्ग में विभाजित किया गया था । कक्षा 6 वीं से 8 वीं तक के विद्यार्थियों के लिए ड्राइंग ,निबंध लेखन प्रतियोगिता, स्लोगन लेखन प्रतियोगिता तथा कक्षा नवमीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों के लिए भी कविता लेखन तथा निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इसके अलावा छठवीं से आठवीं तथा 9 वी के विद्यार्थियों ने आकर्षक फेस पेंटिंग के माध्यम से भी वन्य जीव संरक्षण का संदेश दिया ।

सभी प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों की उपस्थिति व प्रस्तुति सराहनीय रही । सभी विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से पारिस्थितिक संतुलन एवं वन्य जीव संरक्षण हेतु जागरूकता लाने का प्रयास किया ।

स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में कक्षा आठवीं से हिमांशी कंवर,वंशिका सिंह,आयशा सिंह,एकता रवीश तथा नवदीप कौर को प्रस्कृत किया गया वहीं पोस्टर मेकिंग में कक्षा आठवीं से हिमांशी कंवर , आकांक्षा नायक,जयप्रकाश चंद्रा,स्वीटी यादव,संगम सिहाग को प्रसकृत किया गया। ।

इनके अलावा भी फेस पेंटिंग में बच्चों की भागीदारी सराहनीय रही । इस प्रतियोगिता में क्रमशः आयुष शर्मा,इम्तियाज,अनुष्का,पायल खटाई,हर्षित कंवर,आदर्श,निकिता हेंब्रम,वृद्धि राठौर,आयुष अग्रवाल,अभिनव सर्वे को पुरस्कार प्रदान किया गाता।कार्यक्रम में वन विभाग से आए हुए मुख्य अतिथि श्री रात्रे जी ने बताया कि पृथ्वी से पारिस्थितिक संतुलन में वनों एवं वन्य जीवों का बहुत महत्व है । प्रकृति एक निश्चित खाद्य श्रृंखला में बंधी हुई है और सभी उत्पादक और उपभोक्ता इसके प्रति उत्तरदायी होते हैं । हमें किसी भी हाल में वनों को कटने से एवं वन्य जीवों को शिकार से बचाना होगा तभी हम एक सुखद भविष्य की कल्पना कर सकते हैं ।

प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि प्रकृति में सभी जीव जंतुओं का अपना विशेष महत्व है । हमें लोगों के मध्य जागरूकता फैलाना है कि वन एवं वन्य पशु प्रकृति के लिए कितने आवश्यक है । वन एवं वन्य पशुओं के बिना हम खुशहाल जीवन की कल्पना नहीं कर सकते । हमें संकल्प लेना चाहिए कि हम वन्य जीवों की सुरक्षा में अपना योगदान देंगें । वन्य जीवों का प्राकृतिक आवास वन ही है हम वनों को भी काटने व कटने से बचाएँगें । हम वन्य पशुओं को शिकार से बचाएँगें ।

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