सनातनी चूड़ियां पहनकर नहीं बैठे-स्वामी परमात्मानंद
विहिप ने उदयनिधि स्टालिन के बयान की घोर भर्त्सना की
अंबिकापुर। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक समिति के स्वामी परमात्मानंद ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र उदयनिधि स्टालिन के सनातन विरोधी बयान की घोर भर्त्सना करते हुए इसे सनातन धर्म व देश को बांटने की ओछी व बीमार मानसिकता का प्रतीक करार दिया है। उन्होंने सरगुजा प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सनातन धर्म सबको जोड़ता है। सनातन धर्म के आधार पर सृष्टि बनती है, चलती है, मिटती है फिर बनती है। सनातन धर्म की बात करने वाले मिट गए। उन्होंने कहा उदयनिधि स्टालिन के बयान से संत समाज उद्वेलित है। इनका बयान राजनैतिक लाभ लेने की कोशिश है। हम यह संदेश देने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि ऐसे लोगों को पता चले कि सनातनी चूड़ियां पहनकर नहीं बैठे हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा है कि हम माला पकड़ना जानते हैं, तो भाला चलाना भी जानते हैं। पत्रकारों के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर उदयनिधि स्टालिन को अपने वक्तव्य को लेकर किसी प्रकार का खेद व्यक्त करना है तो सार्वजनिक क्षमा मांग लें। उन्होंने कहा आगामी 24 सितंबर को बिलासपुर में संत सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, इसमें सभी पंडित, आचार्य, बैगा सहित पूजा-पाठ से जुड़े लोगों से उपस्थित होने का आह्वान किया गया है। इस दौरान राजकुमार चंद्रा, संतोष गुप्ता, संतोष सिंह, विकास शर्मा, विशाल अग्रवाल, अभय सिंह, जितेंद्र वर्मा, राजकुमार चंद्रा, विनीत कुमार गुप्ता उपस्थित थे।
विहिप की युवा इकाई बजरंग दल की शौर्य यात्रा 17 को
विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाई बजरंग दल शौर्य जागरण यात्रा 17 सितंबर को निकालेगी। इसका प्रयोजन लोगों में देशभक्ति व राष्ट्रप्रेम की भावना का विकास करना है। विहिप के विनीत गुप्ता ने इस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जिले के आठ ब्लॉकों से शौर्य यात्रा निकलेगी, इसमें विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों में सवार होकर अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में एकत्र होंगे। यहां से बाइक रैली निकलेगी, जो शहर भ्रमण के बाद घड़ी चौक में सभा में तब्दील हो जाएगी।