सुरक्षित हाथों में है आपके बच्चों का भविष्य
अभिमुखीकरण कार्यक्रम से नए विद्यार्थियों को किया प्रेरित
अंबिकापुर। कॉलेज में बिताए गए पल विद्यार्थी जीवन का सबसे बहुमूल्य समय है। आपके बच्चों का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। आप के बच्चे कॉलेज से उत्तम, सफल नागरिक बनकर निकलेंगे। यह बातें श्री साई बाबा आदर्श स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गुरूवार को अभिमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने कही। उन्होंने कहा कि सर्वविद्या का यह केन्द्र अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए है। परिसर में शिक्षा के साथ संस्कार मिलता है। अनुशासित विद्यार्थी महाविद्यालय की पहचान है। डॉ. श्रीवास्तव ने अभिभावकों को अवगत कराते हुए कहा कि महाविद्यालय पीजी पाठ्यक्रमों के साथ 12 विषयों में शोध करा रहा है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए क्लब, सोसाइटी बनी है, जिससे रचनात्मक गतिविधियों को बल मिलता है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सृजन मैग्जीन, साईं सृजन अखबार और रिसर्च जोन के माध्यम से साहित्यिक, शोधात्मक गतिविधियों को मंच मिलता है। उन्होंने विद्याथियों के कर्तव्य और शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी से अवगत कराया। महाविद्यालय के शैक्षिक संसाधनों के बारे में बता कर विद्यार्थियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा जीवन की सफलता सकारात्मकता से है। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्री साईं नाथ की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ और बैच लगा कर किया गया। अभिभावकों और अतिथियों का स्वागत करते आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आरएन शर्मा ने कहा कि अभिभावकों की उम्मीदों पर विद्यार्थियों को खरा उतारना है। महाविद्यालय के प्राध्यापक सर्वांगीण विकास के साथ ही सफल व्यक्ति बनाने का दायित्व निर्वहन करेंगे। शासी निकाय के सचिव अजय कुमार इंगोले ने महाविद्यालय की विरासत से अवगत कराते हुए कहा कि आज हम आपके सहयोग, विश्वास से 20 वर्षों का सफर पूरा कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा विद्यार्थियों का अधिकार है, जो परिसर में सरंस्कार के साथ मिलता है। अध्ययन का अवसर मिला है, इसका लाभ उठाएं और आगे बढ़ें। इस दौरान महाविद्यालय में स्वीप के तहत मतदान की शपथ प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने दिलाई। अभिमुखीकरण कार्यक्रम के दौरान विभागाध्यक्ष अरविन्द तिवारी, राकेश सेन, शैलेष देवांगन, डॉ. विवेक कुमार गुप्ता, डॉ. दिनेश शाक्य ने विषय के साथ नए परिवेश के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने ये तो सच है कि भगवान है… से आध्यात्मिकता से सराबोर किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे सहायक प्राध्यापक देवेन्द्र दास सोनवानी ने रूक जाना नहीं तू कहीं हार के, कांटो पर चलके मिलेंगे साये बहार के… से प्रेरक संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक, विद्यार्थी उपस्थित रहे।
एक पत्थर तो तबियत से उछालों यारों
मुख्य अतिथि, पूर्व डीजीपी जयंत थोरात ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को इतनी ऊंचाई पर पहुंचना है कि लोग देखने के लिए उछल-उछल कर देखें। उन्होंने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर एक नया समाज बनाएंंगे। स्कूल से निकल कर कॉलेज में आए विद्यार्थियों के लिए वातारवरण नया होगा, लेकिन यह अनुशासन और पठनीयता से उत्तम बनेगा। उन्होंने दुष्यंत कुमार की गजल कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…से प्रेरित किया।