8 वर्षीय नाबालिग बच्चे के साथ तीन नाबालिगों ने किया अप्राकृतिक कृत्य
पीड़ित बच्चे की माँ ने थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट
सीतापुर:-खेलने के बहाने घर ले जाकर 8 वर्षीय बच्चे के साथ पड़ोस के तीन नाबालिगों ने अप्राकृतिक कृत्य किया।इस घटना के बाद से डर के मारे बच्चा गुमसुम रहने लगा था।काफी पूछताछ के बाद जब बच्चे ने यह बात अपनी माँ को बताई।तब माँ यह बात सुनकर अवाक रह गई।उन्होंने बच्चे के साथ हुई इस दरिंदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
उक्त मामला ग्राम सोनतराई का है।जहाँ कक्षा तीसरी में पढ़ने वाले 8 वर्षीय बच्चे के साथ उसके पड़ोस में रहने वाले तीन नाबालिगों ने बहला फुसलाकर अप्राकृतिक कृत्य किया।इस मामले में संलिप्त तीन में से एक कि उम्र 16 वर्ष है।जबकि 15 एवं 13 वर्षीय दो नाबालिग सगे भाई है।इन तीनों में से 16 वर्षीय नाबालिग ने उसे खेलने के नाम पर बहला फुसलाकर अपने सुने घर मे ले गया।जिसके बाद उसने खेल खेल में बच्चे के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया और किसी को नही बताने की धमकी दी।जिससे बच्चा डर गया था और उसने डर के मारे यह बात किसी की नही बताई।जिसका लाभ उठाते हुए 16 वर्षीय नाबालिग बच्चे ने उसके साथ कई बार अप्राकृतिक कृत्य किया।इस कृत्य में उसने 15 एवं 13 वर्षीय नाबालिग भाइयों को भी शामिल कर लिया।इस घटना के बाद से 8 वर्षीय बच्चा कड़ी डरा सहमा एवं गुमसुम रहने लगा था।यह देख उसकी माँ ने उससे इसका कारण पूछा पर बच्चा डर के मारे नही बता रहा था।माँ द्वारा बार बार पूछे जाने पर आखिरकार बच्चे ने अपनी माँ को सारी सच्चाई बता दी।बच्चे के बताए अनुसार 17 अप्रैल 2022 को 16 वर्षीय नाबालिग का जन्मदिन था।इस दिन उसने खेलने के बहाने बच्चे को अपने सुनसान घर मे ले गया था।जहाँ उसने उसके साथ अप्राकृतिक कृत्य को अंजाम दिया।इसके बाद उसने बच्चे को धमकी देते हुए कहा कि किसी को बताया तो तेरे साथ कोई नही खेलेगा।उसके बाद लगातार से यह क्रम जारी था।जिसमे उसने बाद में 15 एवं 13 वर्षीय सगे भाइयों को भी शामिल कर लिया था।यह बात सुनकर बच्चे की माँ अवाक रह गई।उन्होंने अपने मासूम बच्चे के साथ हुई इस दरिंदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।इस मामले में पुलिस ने तीनों नाबालिग बच्चो के विरुद्ध धारा 450,377 पास्को एक्ट की धारा 6 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
इस संबंध में एसडीओपी ध्रुवेश जायसवाल ने बताया कि तीनों को गिरफ्तार कर बाल न्यायालय में पेश किया गया था।जहाँ से उन्हें बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है।