विश्व कल्याण की भावना,आरोग्य तथा धन संपदा के संरक्षण एवं संवर्धन की कामना, “वन हेल्थ के लिए आयुर्वेद” “हर दिन हर किसी के लिये आयुर्वेद” की थीम के साथ हर्षोल्लास से मनाया गया राष्टीय आयुर्वेद दिवस एवं आयुर्वेद प्रवर्तक भगवान श्री धनवन्तरी जयंती समारोह
निरोगी काया की प्राप्ति हेतु अपनायें आयुर्वेद में बताये नियमो को- निर्मल अवस्थी
निरोगी जीवन हेतु अपनायें आयुर्वेदिक जीवनशैली- डॉ. प्रदीप जैन
कार्तिक कृष्ण त्रयोद्शी दिन शुक्रवार दिनांक 10/11/2023 को शिव औषधालय, आयुष मेडिकल एसोसिएशन, लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट,विश्व हिंदू परिषद एवं पतंजलि चिकित्सालय के सयुंक्त संयोजकत्व में वैद्य निर्मल अवस्थी राष्ट्रीय समन्वयक, लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन अभियान दिल्ली भारत, के मुख्य आतिथ्य में, डॉ. प्रदीप जैन जिला आयुर्वेद अधिकारी कोरबा की अध्यक्षता में एव॔ रणधीर पांडे नमामी हसदेव अभियान प्रमुख, लायन शिव जायसवाल अध्यक्ष लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट तथा वैद्य दुर्जन यादव परंपरागत वैद्य संघ के संरक्षक के विशिष्ठ अतिथ्य में श्री शिव औषाधालय एम.आई.जी. -20 राजेन्द्र प्रसाद नगर, फेस-2 में सम्पन्न हुई।
सर्वप्रथम अतिथिगणों, आगंतुको चिकित्सकों तथा धनवन्तरी जयंती समारोह में पधारे सभी गणमान्य नागरिकों द्वारा भगवान श्री धन्वन्तरी जी का षोडशोपचार पूजन करके आरती की गई। भगवान श्री धन्वन्तरी जी का षोडशोपचार पूजन श्री शिव औषाधलय के संस्थापक नाड़ी वैद्य पंडित शिव कुमार शर्मा एवं पंडित सत्यम शर्मा द्वारा कराया गया। भगवान श्री धनवन्तरी जी के पूजन एवं आरती के पश्चात रमाशंकर त्रिवेदी द्वारा धन्वन्तरी वंदना का पाठ किया गया। धन्वन्तरी वंदना के पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत श्री शिव औषधालय के संस्थापक नाडी वैद्य पंडित शिव कुमार शर्मा चिकित्सक डॉ नागेन्द्र नारायण शर्मा डॉ युगेश नारायण शर्मा, डॉ.जितेंद्र नारायण शर्मा एवं श्रीमती प्रतिभा शर्मा द्वारा तिलक लगाकर एवं श्रीफल भेंटकर किया ।स्वागत के पश्चात जांजगीर-चाम्पा जिले के एक शाम शहिदों के नाम के गायक डॉ.रवि सराफ एवं कोरबा जिले के एक शाम शहिदों के नाम के गायक संदीप शर्मा ने ईश्वर भक्ति एवं राष्ट्र भक्ति की शानदार प्रस्तुति कर सभी को भक्ति एवं राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। धनवन्तरी जयंती समारोह की अध्यक्षता कर रहे डॉ. प्रदीप जैन ने सभी को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस एवं धन्वन्तरी जयंती की बधाई देते हुए सभी को निरोगी जीवन हेतु आयुर्वेद जीवनशैली को अपनाने की सलाह देते हुये कहा कहा की आयुर्वेद सर्वश्रेष्ठ निरापद एवं दैवीय चिकित्सा पद्धति है आयुर्वेद चिकित्सा करना आयुर्वेद का प्रचार प्रसार करना पवित्र, पूण्यतम एवं महान कार्य है, और श्री शिव औषाधलय एवं उनके परिवार द्वारा जो यह पूण्य कार्य किया जा रहा है उसके लिए वे साधूवाद के पात्र हैं। समारोह के मुख्य अतिथि निर्मल अवस्थी ने पहला सुख निरोगी काया को बताते हुए कहा कि वास्तव में निरोगी काया की प्राप्ति भी सिर्फ और सिर्फ आयुर्वेद में बताये गए नियमो का पालन करने से ही होगी । क्यू की स्वस्थ मन के बिना स्वस्थ तन अर्थात काया की कल्पना करना ही संभव नही और मन के विषय में मन की प्रसन्नता और उसके स्वास्थ्य के विषय में यदि किसी चिकित्सा पद्धति में वर्णन है तो वो सिर्फ और सिर्फ आयर्वेद में ही है अतः हम सभीको प्राथमिकता के आधार पर चिकित्सा के लिए सर्वप्रथम आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को ही प्राथमिकता देनी चाहिए । दीपावली का यह पांच दिनों का त्यौहार जिसकी शुरुआत ही धनतेरस पर्व से होती है ,वास्तव में धनतेरस नाम से तात्पर्य आरोग्य के देवता आयुर्वेद प्रवर्तक भागवान धनवन्तरी के प्राकट्य दिवस के कारण पड़ा । साथ ही उन्होंने श्री शिव औषाधलय एवं उनके परिवार द्वारा जो यह पूण्य कार्य किया जा रहा है उसके लिए उनके आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि सचमुच आज कोरबा जिले ही नही अपितु छत्तीसगढ़ में भी निस्वार्थ भाव से आयुर्वेद का,आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का विभिन्न माध्यमो एवं आयोजनों के माध्यम से प्रचार प्रसार कर रहे है और आयुर्वेद को विश्व पटल पर प्रथम चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित करने में अपनी अहम् भूमिका निभा रहे हैं ।जिसके लिए डॉ.नागेंद्र शर्मा एवं शिव औषधालय परिवार धन्यवाद एवं साधूवाद के पात्र हैं। समारोह के अंत में धनवन्तरी जयंती समारोह के मुख्य अतिथिवैद्य निर्मल अवस्थी राष्ट्रीय समन्वयक, लोक स्वास्थ्य परंपरा संवर्धन अभियान दिल्ली भारत, समारोह के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप जैन जिला आयुर्वेद अधिकारी कोरबा, एव॔ समारोह के विशिष्ट अतिथि रणधीर पांडे नमामी हसदेव अभियान प्रमुख, लायन शिव जायसवाल अध्यक्ष लायंस क्लब कोरबा एवरेस्ट तथा वैद्य दुर्जन यादव परंपरागत वैद्य संघ के संरक्षक को श्री शिव औषाधलय के संस्थापक नाड़ी वैद्य पं. शिव कुमार शर्मा एवं डॉ.नागेंद्र शर्मा ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया । साथ ही सभी विशिष्ट अतिथियों एवं आगंतुक अतिथियों तथा चिकित्सकों को श्री शिव औषाधलय के चिकित्सक डॉ.युगेश नारायण शर्मा, जितेंद्र नारायण शर्मा एवं श्रीमती प्रतिभा शर्मा द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन अपने भावपूर्ण, सहज, सरल, ऊर्जामयी एवं ज्ञानमयी वाणी से अशोक शर्मा द्वारा किया गया। कर्यक्रम के संयोजक डॉ.नागेन्द्र नारायण शर्मा ने जयंती समारोह में पधारे सभी आगन्तुक चिकित्सकों, गणमान्य नागरिकों जमना फार्मा, हिमालया फार्मा, धनवन्तरी फार्मा, झंडू फार्मा, आयुर्वेद सेवा सदन, शर्मायु, नेचर सॉल हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड, एमिल फार्मा एवं जिन्होंने भी प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से इस पुनीत और पूण्य कार्य में सहयोग प्रदान किया उन सभी का ह्रदय से धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित किया। समारोह को सफल बनाने में सभी आयुर्वेद चिकित्सकों के अलावा श्री शिव औषधालय की संचालिका श्रीमती प्रतिभा शर्मा,जमना फार्मा के सीनियर सेल्स ऑफिसर नेत्रनन्दन साहू, डॉ.युगेश नारायण शर्मा, डॉ. जितेन्द्र नारायण शर्मा, धन्वन्तरी फार्मा के एस.ओ.अश्विनी बुनकर, झंडू फार्मा के मनीष कौशिक, शर्मायु के अरूण मानिकपुरी, हिमालया के एम.आर.कमल धारिया, चक्रपाणि पाण्डे, एमिल फार्मा के तोरेंद्र सिंह तथा सूर्यकांत तिवारी, दुर्गेश राठौर, अधिवक्ता लव सिंह राजपूत, मनोज अग्रवाल, अंकित शर्मा, नवीन अग्रवाल, सोनू शर्मा, राकेश इस्पात, सिद्धराम शाहनी एवं स्नेहा मिश्रा ने विशेषरूप से उपस्थित होकर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।