बिग ब्रेकिंग : पोस्टिंग संशोधन घोटाले में सबसे बड़ी कार्रवाई, संशोधन निरस्त करने का शिक्षा मंत्री ने दिया निर्देश, JD पर FIR के भी आदेश
रायपुर 7 अगस्त 2023। शिक्षक प्रमोशन पोस्टिंग मामले से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। शिक्षक प्रमोशन के बाद संशोधित हुई पोस्टिंग लिस्ट को निरस्त किया जायेगा। वहीं निलंबित हुए सभी जेडी के खिलाफ FIR के भी निर्देश हैं। जानकारी के मुताबिक शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद जल्द ही डीपीआई की तरफ से निर्देश जारी कर दिया जायेगा। इससे पहले आज शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने इस संदर्भ में अधिकारियों को निर्देश दे दिया है। आज शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने मंत्रालय में शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला, सचिव एस भारतीदासन सहित डीपीआई व अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में प्रमोशन व पोस्टिंग को लेकर विस्तार से चर्चा की गयी।
सूत्रों के मुताबिक शिक्षा मंत्री ने बैठक में पोस्टिंग में संशोधन के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही अब तक की हुई कार्रवाई की सिलसिलेवार जानकारी भी ली। जानकारी के मुताबिक शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रमोशन यथावत रहेगा, लेकिन प्रमोशन के बाद पोस्टिंग में जो संशोधन हुआ है, उसे निरस्त किया जाये।
शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को ये भी कहा है कि जहां-जहां गड़बड़ियां मिला है वहां के जेडी के खिलाफ FIR भी करायी जायेगी। बैठक में अधिकारियों को मिले इस निर्देश के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचना तय है। आपको बता दें कि इस मामले में अभी तक शिक्षा मंत्री बिलासपुर के संयुक्त संचालक एसके प्रसाद, सरगुजा जेडी हेमंत उपाध्याय, दुर्ग के संयुक्त संचालक और रायपुर संयुक्त संचालक के कुमार के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की थी। हालांकि उस दौरान NW न्यूज से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि जल्द ही इस मामले में FIR भी करायी जायेगी। अब शिक्षा मंत्री ने इस मामले में आज अधिकारियों को FIR के निर्देश भी दे दिये हैं।
आपको बता दें कि शिक्षा मंत्री के पास आयी शिकायत के आधार पर सभी संभागों में प्रमोशन में पोस्टिंग के संशोधन के नाम पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जिसके बाद शिक्षा मंत्री सभी संभागों में कमिश्नर को इस मामले में जांच के आदेश दिये। जिसके बाद बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर और सरगुजा के संयुक्त संचालक के खिलाफ मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें सस्पेंड करने का आदेश दिया गया। आपको बता दें कि प्रदेश में 4000-4500 से ज्यादा शिक्षकों के प्रमोशन में संशोधन हुआ था। अब उन संशोधन को निरस्त करने का आदेश शिक्षा मंत्री ने दे दिया है।