कागजों में बन गई सड़क, दलदल में धंस रहा पैर
गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंचने से बीमार असमय मौत का कर रहे वरण,ग्रापं नवकी के ग्रामीण व बच्चे जूझ रहे समस्या से, स्कूल व आंगनबाड़ी तक जाना है दुश्वार
अंबिकापुर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के जनपद पंचायत राजपुर आने वाले ग्राम पंचायत नवकी में घारघोरा नाला के ऊपर तक सड़क की स्थिति काफी कष्टप्रद है। प्राथमिक शाला एवं आंगनबाड़ी पहुंच मार्ग का अभाव होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बीमारों को एंबुलेंस की त्वरित सुविधा नहीं मिल पा रही है। लगभग दो किलोमीटर का सफर ग्रामीणों को खाट या स्ट्रेचर में मरीज को लेकर तय करना पड़ रहा है। ऐसे में इमरजेंसी सेवा बाधित होने की स्थिति बनती है और असमय गंभीर स्थिति बनने के कारण मरीजों की मौत हो जाती है। बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत के सरपंच व सचिव ने इस मार्ग का निर्माण पूर्व में कागजों में कर दिया, जिससे स्थिति यथावत है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर के नाम बीते जून माह में आग्रह पत्र प्रेषित किया था और पुलिया, सड़क निर्माण कराने की मांग की थी, लेकिन बारिश के मौसम में पुन: ग्रामीणों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने पुन: 19 अगस्त को राजपुर एसडीएम को तत्संबंध में ज्ञापन सौंपकर सड़क व पुल निर्माण कराने की मांग की है।
ग्राम पंचायत नवकी के बुधेश्वर प्रसाद, भारत प्रसाद, धरमजीत, संतराम, कवल साय, घरभरन राम, मनोज कुमार, सोनू, संतोष श्रीप्रसाद, जगदीश, जगेश्वर, समेश्वर, संतोष सहित अन्य ने बताया कि ग्राम पंचायत नवकी में प्राथमिक शाला एवं आंगनबाड़ी पहुंच मार्ग नहीं बनने की वजह से बरसात के दिनों में एक से दो फिट गहरा दलदल बन जाता है। चिकनी मिट्टी होने के कारण स्कूली बच्चों सहित आम आदमी का आवागमन पूरे बरसात के मौसम में चार महीने प्रभावित रहता है। क्षेत्र के लोगों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बीमार लोगों को खाट में ढोकर खतरे से जूझते वे पहुंच मार्ग तक आते हैं। इसे देखते हुए किसी भी मद से सड़क सह पुलिया निर्माण की यथाशीघ्र स्वीकृति देने का आग्रह बीते 27 जून को कलेक्टर के नाम ज्ञापन पत्र देकर किया गया था, लेकिन सड़क मार्ग को बरसात के पूर्व सुधारने की किसी प्रकार की पहल नहीं की गई। प्रस्तावित मार्ग के नाम पर पंचायत के जिम्मेदारों के द्वारा की गई खानापूर्ति के कारण पुन: बरसात के समय में दिक्कतों का सामना क्षेत्र के ग्रामीणों, स्कूली बच्चों, शिक्षकों को करना पड़ रहा है। दलदल होने के कारण पैर कीचड़ में धंसने का खतरा बने रहता है। सड़क की दुर्दशा की ओर ध्यान दिलाने के बाद भी इस दिशा में सकारात्मक प्रयास नहीं किए जाने से ग्रामीणों में नाराजगी देखने को मिल रही है। ग्रामीणों ने पुन: समाचार के माध्यम से सुगम आवागमन की सुविधा ग्राम पंचायत के लोगों को उपलब्ध कराने का जिला कलेक्टर से आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री के जनचौपाल तक लगाई गुहार
ग्रामीणों ने बताया कि जिला कलेक्टर व जनपद सीईओ से सड़क निर्माण की मांग तो उन्होंने की ही, मुख्यमंत्री के निवास, कार्यालय में लगने वाले जनचौपाल में भेंट मुलाकात के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत के इस सड़क व पुलिया की दुर्दशा की ओर ध्यानाकर्षण कराया है। बरसात के मौसम में सड़क की स्थिति ऐसी है कि हरदम खतरे से जूझकर दलदल को पार करना पड़ता है। उन्हें उम्मीद थी कि इस बारिश के पहले कोई सकारात्मक पहल की जाएगी, लेकिन गांव के लोगों को होने वाली परेशानी से किसी को कोई लेना-देना ही नहीं है। आरोप है कि पंचायत के प्रतिनिधि सड़क निर्माण के नाम पर जेब भरने में लगे हैं।
बीमारों को अस्पताल ले जाना आसान नहीं
राजपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत नवकी के बीमार समेश्वर ताम्रकार पिता महावीर ताम्रकार की मौत बीते आठ अगस्त को हो गई। ग्रामीणों का कहना है बीमार को एंबुलेंस तक लेकर आने में देरी होने के कारण ऐसी स्थिति बनी। शनिवार को विनोद ताम्रकार को बीमार अवस्था में अस्पताल तक ले जाने स्वजन चिंतित थे। इसकी जानकारी एसडीएम राजपुर व बीएमओ को मिली। इनकी पहल पर बीमार को दो किलोमीटर तक खाट में ढोकर महिलाएं एंबुलेंस तक लाईं, तब कहीं उसे अस्पताल लेकर एंबुलेंस रवाना हुई।