मृत्यु भोज को सादगी से पूर्ण करने के लिए कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज सामने आया
रायपुर में हुए प्रांतीय सम्मेलन में अन्य समाज उपयोगी निर्णय लिए गए,रायगढ़ के कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज के पदाधिकारी हुए शामिल
रायगढ़। प्रदेश स्तरीय कान्यकुब्ज ब्राह्मणसमाज के पदाधिकारियों की बैठक दिनांक 27अगस्त 2023 रविवार को आशीर्वाद भवन, बैरन बाजार, रायपुर में संपन्न हुई। इस बैठक में जगदलपुर, राजनांदगांव, भिलाई-दुर्ग, भाटापारा-रोहरा, बलौदाबाजार, लवन, रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, एवं रायपुर के पदाधिकारीगण उपस्थित हुए। इस बैठक में सर्वसम्मित से महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किय गए जिसमें (1) बच्चोंकी शिक्षा में संस्कार का समावेश आज के परिवेश में नितांत आवश्यकता है। आज बच्चेअपने मां-बाप, बड़े बुजुर्गों को सम्मान भूलते जा रहें है, जिसकी आवश्यकता को देखते हुए समाज द्वारा बच्चों को संस्कार की शिक्षा दी जावेगी। (2) मृत्यु भोज (तेरहवीं भोज) का आयोजन संबंधित पारिवारिक जनों के मध्य सादगी के साथ किया जाना चाहिए और अंत में ईष्ट मित्रों एवं अन्य लोगों के लिए शांति मिलन का आयोजन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया जाना चाहिए। (3) आज कल वैवाहिक कार्यक्रमों में काफी फिजूलखर्ची किया जा रहा है,जिस पर यह प्रस्ताव पारित किया गया कि प्री-वेडिंग फोटोशूट और वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन दिन में ही किया जाए जिससे फिजूलखर्ची में कमी लाया जा सके । साथ ही प्रदेश स्तर पर वर्ष में एक बार युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन एक स्थान पर किया जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष पं. अरूण शुक्ल ने कहाकि सभी समाजों के नेतृत्वकर्ता के रूप में ब्राह्मण समाज को पीढ़ियों से जवाबदारी प्राप्त होती रही है और भारत की मूल संस्कृति एवं परंपरा को आज तक बचाये रखने में ब्राह्मण समाज अग्रणी रहा है उसे और मजबूती प्रदान करने के लिए वेशभूषा, भाषा शैली एवं चारित्रिक उन्नति के लिए हम सबको इस दायित्व का पालन अपने अपने घरों में गंभीरता से करना होगा ताकि हमारे आनेवाली पीढ़ी अपनी ब्राह्मण समाज के मूल धर्म एवं संस्कृति को बचा कर रख सकेगी। इस दिशा में हम ने समाज की अलग-अलग प्रतिभाओं का सम्मान किया है, इसके अतिरिक्त हम बुजुर्गों का 50 वर्ष विवाह के पूरे होने पर सफल दाम्पत्य जीवन निर्वाह करने पर उनका अभिनंदन करते है, इस वर्ष हम ने अपने बुजुर्ग माता-पिता के पूरी निष्ठा से सेवा करने वाली बेटे बहुओंकी पहचान कर श्रवण कुमार सम्मान देने का निर्णय लिया है। उनके इस घोषणा से सभी ने उन्हें इस अभिनव आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
पाँच घंटे का प्रथम मैराथन अधिवेशन उत्साह एवं हंसी-खुशी के वातावरण में संपन्न हुआ। इस आयोजन का सफल संचालन सह सचिव पं.रज्जन अग्निहोत्री ने किया। अंत में प्रांतीय कार्यकारणी का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष एवं महासचिव पद की जो जवाबदारियां क्रमश: पं. अरूण शुक्ल एवं पं. अरविंद दीक्षित जी को प्रदानकी गई है। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे – राजनांदगांव से पं. प्रदीप मिश्र, पं. अजय शुक्ल, पं. अखिलेश तिवारी, पं. भूपेन्द्र बाजपेयी, पं. वी.डी.तिवारी भाटापारा से पं. अटलत्रिवेदी, पं. अजयकांत शुक्ल, पं. देवकांत मिश्र, पं. प्रदीप त्रिवेदी, राजकुमार तिवारी, शरद शुक्ल कान्यकुब्ज ब्राह्मण विकास मंचछत्तीसगढ़ से पं. आदित्य त्रिपाठी, भिलाई-दुर्गसे पं. गुरूप्रसाद तिवारी,पं. संदीप दीक्षित, पं. विजय तिवारी, पं. आलोक शुक्ल, श्रीमती ममता अवस्थी, पं. श्याम तिवारी, कोरबा से संरक्षक पं. सतीश शुक्ल, जगदलपुर से महिला अध्यक्ष श्रीमतीसुहाषिणी शुक्ल, रायगढ़ से पं. दयासागर मिश्र, पं. अखिलेश बाजपेयी, पं. दयानंद अवस्थी, पं. दशरथ दीक्षित, पं. कौशल दीक्षित, पं. सुधीर बाजपेयी, नवयुवक कान्यकुब्ज विकास समिति बिलासपुरसे संरक्षक पं. रामप्रसाद शुक्ल, अध्यक्षपं. अरविंद दीक्षित, सचिव पं. मनोज शुक्ल, पं. गोपाल मिश्र, पं. राजीव अवस्थी, पं. कृष्णमोहन पाण्डेय, पं. महेश शुक्ल, श्रीमती वंदना शुक्ला, पं. शैलेश दीक्षित, पं. शैलेश बाजपेयी, पं. बिमलेश बाजपेई, बलौदा बाजार से अध्यक्ष पं. श्याम शुक्ल, पूर्व अध्यक्ष पं. अरविंद शुक्ल, पं. राजकुमार तिवारी , रायपुर से अध्यक्ष पं. अरूण शुक्ल, सचिव पं. सुरेश मिश्र, उपाध्यक्ष पं. राघवेन्द्र मिश्र, उपायक्ष श्रीमती निशा अवस्थी, सहसचिव पं. रज्जन अग्निहोत्री, सहसचिव पं. गौरव शुक्ल, पं. अतुल पांडेय, पं. रामकिशोर दीक्षित, पं. जे.पी.मिश्र, पं. अनुराग पाण्डेय, पं. अजय किरण अवस्थी, पं. गिरजाशंकर दीक्षित, पं. प्रकाश अवस्थी, पं. अभिषेक मिश्र, पं. साजेन्द्र पाण्डेय, पं. प्रशांत तिवारी, पं. इन्द्रकुमार तिवारी, पं. प्रभात पांडेय, पं. चन्द्रिका शंकर बाजपेयी, पं. श्रीकांत अवस्थी, पं. रितेश तिवारी, श्रीमती अर्चना त्रिवेदी, श्रीमती अर्चना मिश्रा, श्रीमती सुनयना शुक्ला, श्रीमती सुधा शुक्ला, श्रीमती रीता पाण्डेय, श्रीमती राधा तिवारी, श्रीमती संध्या मिश्रा, पं. एन.एल.शुक्ल आदि उपस्थित रहे।