आत्मानंद इंग्लिश मीडियम केशवपुर में पोषण, व्यवहार परिवर्तन एवं माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम
सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी ने किया आयोजन, मेडिकल कॉलेज की डायटीशियन ने बताया कैसे मिलेगा बेहतर पोषण
अम्बिकापुर/ स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी मीडियम स्कूल, केशवपुर में सरगुजा साइंस ग्रुप एज्युकेशन सोसायटी द्वारा व्यवहार परिवर्तन, स्व स्वच्छता एवं पोषण को लेकर परिचर्चा एवं व्यख्यानमाला का आयोजन किया। जिसमें विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं, छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया और इस पर कई विषय सांझा किये, साथ आगामी दिनों में इस पर विस्तार के कार्यक्रम की रूप रेखा बना कर संगोष्ठी के आयोजन का निर्णय लिया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सरगुजा साइंस ग्रुप के संयोजक अंचल ओझा ने खाने के पूर्व हाथ धोने के फायदे, हैंडवाश अथवा साबुन से हाथ धोकर भोजन करने से कितने बीमारियों से बचाव हो सकता है और कैसे हाथ नहीं धोने से बीमारी के गिरफ्त में आ सकते हैं, इस पर विस्तार से बच्चों से चर्चा की। अंचल ओझा ने माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर बच्चों से बात करते हुए कपड़े एवं सैनेटरी पैड के उपयोग के तरीके, माहवारी के दौरान साफ-सफाई नहीं होने से होने वाले संक्रमण, बीमारियों को लेकर विस्तार से चर्चा करते हुए समाज में फैले भ्रांतियों एवं अन्य विषयों पर चर्चा की। मेडकिल कॉलेज की डायटीशियन सुमन सिंह ने शरीर को पोषण कैसे मिले, क्या और कब खाना चाहिए, कैसे खाना चाहिए, शरीर को किस चीज़ की आवश्यकता है, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन के लिए आसानी से उपलब्ध खाद्य पदार्थों की जानकारी दी। वहीं अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष अन्तर्ग जानकारी देते हुए मोटे अनाज से शरीर को होने वाले फायदे पर भी बात की। इस दौरान बच्चों ने कई समस्याओं की जानकारी भी दी और उसका निराकरण भी किया गया। विद्यालय के प्राचार्य संतोष साहू ने कहा कि कई ऐसी जानकारी दी गई जिससे कि बच्चों में कार्यक्रम के शुरुआती समय में झिझक भी दिख रहा था, लेकिन बात करते करते बच्चें इसमें शामिल हो गए और अच्छी चर्चा कर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग किया। उन्होंने स्व स्वच्छता एवं आसपास की सफाई को लेकर कई जानकारी दी। विद्यालय के शिक्षक अंचल सिन्हा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से न सिर्फ बच्चों को लाभ होता है, बल्कि बच्चों के जरिये पूरा परिवार जागरूक होगा। हम सबको आज जो भी जानकारी मिली, हम सब यह संकल्प लें कि स्वयं के साथ-साथ अपने-अपने घर में भी इसकी जानकारी दें, तभी इस कार्यक्रम की सार्थकता हो सकेगी। इस कार्यक्रम को आयोजित करने एवं आयोजन को सफल बनाने में शिक्षिका संस्कृति श्रीवास्तव का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन संस्कृति श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान विद्यालय के अन्य स्टॉफ जेस्सी अम्ब्रोज़, आयुषी गुप्ता, नीतू सिंह यादव, नीतू प्रेम मिंज, गंगा पैंकरा, रोहित नायर सहित अन्य स्टॉफ व छात्र-छात्राओं की काफी संख्या में उपस्थिति रही।