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मुख्यमंत्री के घोषणानुरूप जिले में 2 नए स्वामी आत्मानंद विद्यालय का होगा संचालन

छुरीकला एवं बरपाली(जिल्गा) में शीघ्र ही नए स्वामी आत्मानंद विद्यालय होंगे प्रारंभ,जिले के 4 हाई स्कूल का हायर सेकंडरी विद्यालय के रूप में होगा उन्नयन

कोरबा 23 सितंबर 2023/छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी करने एवं कमजोर, पिछड़े परिवार के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रदेश में स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित किया जा रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा क्षेत्रवासियों की मांग पर सतत रूप से नए स्वामी आत्मानंद विद्यालय प्रारंभ करने एवं आवश्यकता अनुसार शासकीय विद्यालयों के उच्च विद्यालयों में उन्नयन की घोषणा भी की जाती रही है।

इसी कड़ी में मुख्यमंत्री श्री बघेल द्वारा कोरबा जिले में अपने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जिलेवासियों की मांग पर दूरस्थ क्षेत्रो छुरीकला एवं बरपाली(जिल्गा) में नए स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय प्रारंभ करने की घोषणा की गई थी।

जिला शिक्षा अधिकारी ने इस सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री के घोषणा के परिपालन में छुरीकला एवं बरपाली (जिल्गा) में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित करने का आदेश जारी हो गया है। उन्होंने बताया की राज्य शासन से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छुरीकला एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरपाली(जिल्गा) को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के रूप में संचालित करने की अनुमति प्रदान की गई है।दोनो विद्यालयों मे हिन्दी माध्यम के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम की भी पढ़ाई होगी।

उक्त विद्यालयों के संचालन हेतु शीघ्र ही व्याख्याता सहित अन्य पदों पर संविदा/प्रतिनियुक्ति के आधार पर भर्ती किया जाएगा।

साथ ही उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा जिले के 4 हाई स्कूल विद्यालयों का हायर सेकंडरी स्कूल के रूप में उन्नयन का भी स्वीकृति प्रदान किया गया है । जिसके अंतर्गत कटघोरा विकासखंड के हाई स्कूल बिरदा, कोरबा विकासखंड के हाई स्कूल चिर्रा एवं करतला विकासखंड के हाई स्कूल तरदा व केरवाद्वारी शामिल है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इन विद्यालयों का हायर सेकंडरी विद्यालय के रूप में उन्नयन कार्य प्रारंभ हो जाएगा साथ ही इन विद्यालयों में शिक्षा कार्य प्रारंभ कराने हेतु अध्यापक सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। जिससे इन क्षेत्रों के बच्चों को उनके 11वीं-12वीं की पढ़ाई के लिए अन्यत्र नही जाना होगा।

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