हाथियों पर 24 घंटे निगरानी का दावा फेल,बेबी एलीफेंट की मौत
कोरबा। वन विभाग का हमेशा यह विलाप रहता है कि 24 घंटे उनकी नजर हथियों पर है लेकिन हर बार यह दावा असफल साबित होता है अगर हथियों पर निगरानी रखी जाती तो दलदल मे फस कर बेबी एलीफेंट की मौत ना होतीl इसकी जानकारी वनमंडल को पहले हो जाती और एक बेबी एलीफेंट को बचाया जा सकता था। तालाब के किनारे लाश मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। जैसे ही सुबह बेबी एलीफेंट की मौत की खबर वन विभाग के अधिकारियों तक पहुंची आला अधिकारी दल बल सहित मौके पर जा पहुंचे हैं।अधिकारिक रूप से बेबी एलीफेंट की मौत किन परिस्थितियों में हुई है यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। संभावना जताई जा रही है कि तालाब के दलदल में फंसने से उसकी मौत हुई है। वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं। जांच के बाद ही मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा।
कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत 40 हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है। झुंड शुकवार रात को जटगा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम सालियाभाटा पहुंचा था। शनिवार सुबह एक तालाब के किनारे लगभग 5 माह के बेबी एलीफेंट की लाश मिली है। सुबह जैसे ही ग्रामीणों की नजर मृत बेबी एलीफेंट पर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग के अफसर को दी। कटघोरा वनमंडल अधिकारी कुमार निशांत दलबल सहित मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। बेबी एलीफेंट की मौत की खबर से वन विभाग में हड़कप मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक बेबी एलीफेंट की मौत संभवत: तालाब के किनारे कीचड़ में फंसने से हुई है या फिर झुंड में आने की वजह से हुई है, जांच के बाद ही पूरी तरह से स्पष्ट होगा कि आखिर बेबी एलीफेंट की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई है।
शव के पास दल ने डाला डेरा
बेबी एलीफेंक की मौत के बाद हाथियों का दल शव के आसपास ही डेरा जमाए हुए था। शव के आसपास ही हाथियों का एक दल घूम रहा था। मामला संवेदनशील बना हुआ था। परिस्थितियों को नियंत्रित करने के लिए वन विभाग की टीम अलर्ट है।
झुंड से बिछड़ा हाथी घुसा गांव में, मची रही अफरा-तफरी
झुंड से बिछड़ा लोनर हाथी जंगल से भटक कर गांव में जा पहुंचा। इसके बाद गांव में हाथी की चिंघाड़ सुन ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना वन विभाग और 112 की टीम को दी गई। ग्रामीण डरे सहमे रतजगा करने को मजबूर रहे। घटना रात लगभग 1 की है। कटघोरा वनमंडल के केंदई वन परिक्षेत्र के कोरबी सर्किल में चेतक दतैल हाथी स्थानीय ग्राम कोरबी के कोरबीपारा में आ धमका, जिससे ग्रामीण दहशत में आ गए। लोकेशन के आधार पर वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई। कोरबी-चिरमिरी मुख्य सड़क मार्ग को बंद कराया गया। हाथी कोरबी पुलिस चौकी के सामने स्थित खेत में धान को खाने में मशगूल था। तत्पश्चात ग्रामीणों की भीड़ जुट गई और ग्रामीण अपने फसल को बचाने के लिए पटाखा, रॉकेट एवं चारों ओर से हाथी को घेर कर टॉर्च से रोशनी दिखाकर घंटों उसे खदेड़ते रहे। 112 की टीम मौके पर पहुंच गई थी। विभाग के आला अधिकारियों के खदेड़े जाने के बाद हाथी खजूरपारा की ओर निकल गया। तब जाकर वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। देर रात तक चार पहिया एवं ट्रक जाम में फंसे रहे।