KCC में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

कोरबा शिक्षण समिति द्वारा संचालित, कोरबा कम्प्यूटर महाविद्यालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा द्वारा महाविद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक सुरभि कुण्डू ने मुख्य वक्ता विशेष न्यायाधीश (पॉस्को) विक्रम प्रताप चंद्रा तथा सहायक प्राध्यापक रीना लहरे द्वारा कोरबा शिक्षण समिति के चेयरमेन राजेश अग्रवाल का पुष्पगुच्छ से स्वागत कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
मुख्य वक्ता के रूप में विशेष न्यायाधीश माननीय विक्रम प्रताप चंद्रा ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के सूचना प्रौद्योगिकी, वाणिज्य तथा प्रबंधन के स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों के साथ आत्मीय संबोधन में छात्रों को नियम/कानून/अपराध/प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) के बारे में जानकारी देते हुए विधि (Law) को महाविद्यालय के नियम तथा मोटर वाहन नियम (Motor Vehical Act) को दैनिक जीवन में उपयोग से संबंधित मजेदार उदाहरण से छात्रों को अवगत कराया, उन्होने छात्रों के साथ परस्पर संवाद करते हुए कहा कि *”विधि (Law) की अज्ञानता किसी अपराध से छूट जाने का कारण नही हो सकता है”* इसीलिए विधिक साक्षरता कार्यक्रम के द्वारा सभी को विधि के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जाती है तथा उन्होने महाविद्यालय निर्देशक को *”सरल कानूनी शिक्षा”* नामक एक पुस्तिका इसी तारतम्य में भेंट की तथा उन्होने पॉक्सो अधिनियम की विस्तृत जाकारी देते हुये बताया कि नाबालिग किसी भी लिंग का हो के साथ यौन अपराध, बेड टच या अन्य संदिग्ध गतिविधियाँ, इस अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया जाता है जिसकी संवेदन शीलता को देखते हुए हर जिले में एक विशेष न्यायाधीश की नियुक्ति की गई है। कुछ लोग इस विशेष कानून का दुरूपयोग भी करते है इसलिए इस तरह के होने वाले FIR बारिकी से जाँच कर ही अपराध दर्ज किया जाता हैै। उन्होने सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं, शिक्षकों से अपील की कि सर्वप्रथम हमें अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए फिर अधिकार के लिए जागरूकता होना चाहिए। प्रश्नोत्तरी क्रम में उन्होने छात्रों की जिज्ञासाओं को बारी बारी से उदाहरणों द्वारा शांत कर उनकी तारीफ भी की सभी छात्र बहुत ही जागरूक एवं संवेदनशील तथा अनुशासित है।
महाविद्यालय के निर्देशक राजेश अग्रवाल ने मुख्य वक्ता के रूप में माननीय विक्रम प्रताप चंद्रा की तारीफ करते हुए कहा कि उनका उद्बोधन छात्रों के लिए बहुत ही आत्मीय एवं प्रभावशाली सिद्ध होंगी, आज के समय में सभी को कानून की सही जानकारी होना अति आवश्यक है, जिससे हम इन पर अमल कर देश निर्माण में सहयोग कर सकते है, वहीं महाविद्यालय की प्राचार्य संगीता रावत ने धन्यवाद उद्बोधन में केसीसी की परंपरा अनुसार छात्रों में समाज के सभी क्षेत्रों से संबंधित जानकारी के अंतर्गत आज के इस विधिक जागरूकता कार्यक्रम में प्राप्त जानकारी छात्रों को आने वाले भविष्य में उपयोगी होगी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से आये अहमद, श्रीनिवास तथा महाद्यिालय के सभी शिक्षकगण एवं छात्रों का विशेष सहयोग रहा।