प्रभाकर पांडे के चहते अधिकारियों ने दीया विदाई पार्टी
मुंगेली जिला के नगर पंचायत पद पर पदस्थ किया गया
सप्ताह भर पहले ईडी की छापेमारी के बाद सुर्खियों में आए नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय को राज्य शासन ने उनके पद से हटा दिया है। उन्हे मुंगेली जिला के नगर पंचायत पद पर पदस्थ किया गया है। सुत्रों के अनुसर आज शाम प्रभाकर पांडे के चहते अधिकारीयों ने विदाई समारोह का आयोजन किया विदाई समारोह में या यूं कहे पार्टी में स्वच्छता ,सम्पदा,निर्माण विभाग, लेखा विभाग के अधिकारी शामिल हुए l आगे बता दे की भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियाें की हुई स्थानांतरण सूची में पांडेय का भी नाम शामिल रहा। उनके स्थान पर अंबिकापुर नगर निगम की आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई की नियुक्ति कोरबा में की गई है।
प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों का एक से दूसरे जिले में तबादला होना सामान्य प्रक्रिया है, पर ईडी की कार्रवाई के बाद तबादला हो तो उस पर चर्चा होना लाजिमी है। बताना होगा कोयला घोटाला व मनी लांड्रिंग मामले को लेकर इन दिनों कोरबा जिला ईडी के लिए केंद्र बिंदु बना हुआ है। कब किस अधिकारी पर ईडी का शिकंजा कस जाए कहा नहीं जा सकता। सप्ताह भर पहले ईडी की टीम ने निगम आयुक्त प्रभाकर के पांडे के घर दबिश दी थी। इस दौरान पांडेय घर पर मौजूद नहीं थे।
उनकी इस अनुपस्थिति कार्रवाई में असहयोग मानते हुए ईडी को रायपुर कार्यालय उपस्थित होने की नोटिस जारी करना पड़ा था। सप्ताह भर पांडेय की निगम कार्यालय में अनुपस्थिति चर्चे में रहा। यहां तक मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलने के बाद भी कार्यक्रम स्थल के चयन व निरीक्षण में भी नजर नहीं आए। शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरबा प्रवास पर रहे। इस दौरान घंटाघर में आयोजित जनसभा के मंच में आयुक्त पांडेय की उपस्थिति लोगांे के बीच चर्चा का विषय बना रहा। यहां यह भी बताना होगा कि ईडी की पूछताछ के मामले में इन दिनों जिले की पूर्व कलेक्टर रानू साहू सलाखों के पीछे है। कोयला घोटाले में बड़े अधिकारियो का नाम सामने आने से राज्य प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। बरहाल इस चुपचप विदाई समारोह में अधिकारियों का होना समझ से परे है