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भ्रष्‍टाचार के खिलाफ एक्शन में सरकार: आधा दर्जन आबकारी अधिकारियों समेत एक साथ 15 ठिकानों पर EOW का छापा

रायपुर। शराब घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार एक्‍शन में आ गई है। अनवर ढेबर और अरबिंद सिंह को गिरफ्तार करने के बाद ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी नेआज तड़के शराब कंपनी के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, छत्तीसगढ़ में ईओडब्लू टीम ने आज सुबह शराब स्कैम से जुड़े 15 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। इनमें आधा दर्जन आबकारी विभाग के अफसर शामिल हैं। सूत्रों का कहना है, ईओडब्लू की टीम आज सुबह पौने छह बजे इन अफसरों और शराब माफियाओं के करीबी लोगों के ठिकानों पर पहुंच गई थी। चूकि मौसम आज बारिश जैसा था, सो अधिकांश लोग नींद में थे। कॉल बेल बजाने पर दरवाजा खोला तो पुलिस के साथ ईओडब्लू टीम को देखकर सन्न रह गए। उधर, अनवर ढेबर और अरबिंद सिंह को गिरफ्तार करने के बाद उनसे पूछताछ चल रही है। कोर्ट से ईओडब्लू को कल दोनों की 12 अप्रैल तक की रिमांड मिल गई है। दोनों से ब्यूरो मुख्यालय में ही पूछताछ की जा रही है। दोनों को अरुणपति त्रिपाठी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ करनी है इसलिए त्रिपाठी की जरूरत थी। मगर सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद त्रिपाठी का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। ईओडब्लू के अफसरों ने फिर मुखबिरों को लगाया। और 8 अप्रैल को पता चला कि त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज में किसी रिश्तेदार के यहां हैं। ईओडब्लू ने तुरंत यहां से टीम रवाना की। कल शाम गोपालगंज पहुंचने के बाद ईओडब्लू टीम होटल में रुक गई और आज तड़के रिश्तेदार के घर पहुंचकर हिरासत में ले लिया।

ब्‍यूरो ने आज ही भिलाई में एक शराब कारोबारी सहित 2 लोगों के यहां दबिश दी है। सूत्रों के अनुसार ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी की टीम ने आज तड़के न्‍यू खूर्सीपार और नेहरु नगर में दाबिश दी है। खुर्सीपार में पप्पू बंसल और नेहरू नगर पूर्व निवासी विजय भाटिया के यहां कार्यवाही चल रही है। बताया जा रहा है कि बसंल की लंबे समय से तलाश चल रही थी। बताते चले कि ईओडब्‍ल्‍यू- एसीबी फिलहाल शराब मामले की जांच कर रही है। इस मामले में ब्‍यूरो कारोबारी अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर चुकी है। कोर्ट के निर्देश पर दोनों के हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार भिलाई में छापा अरविंद सिंह और अनवर ढेबर से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर मारे गए हैं।

शराब और कोयला घोटाला में FIR: पूर्व मंत्री भगत, लखमा, पूर्व सीएस सहित 100 से ज्‍यादा नामजद, ED के आदेवन पर दर्ज हुआ एफआईआर

कोयला और शराब घोटाला को लेकर छत्‍तीसगढ़ में 2 अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया गया है। यह एफआईआर भ्रष्‍टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने वाली राज्‍य सरकार की एजेंसी एसीबी- ईओडब्‍ल्‍यू ने दर्ज किया है। इसमें पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा और तत्‍कालीन खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के साथ कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्‍यादा विधायकों, अफसरों और शराब (डिस्टलरी) कारोबारी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार एसीबी- ईओडब्‍ल्‍यू ने यह एफआईआर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के डिप्‍टी डॉयरेक्‍टर संदीप आहुजा के आवेदन के आधार पर दर्ज किया है। दोनों एफआईआर 17 जनवरी 2024 को दर्ज किया गया है। एफआईआर का नंबर 3/ 2024 और 4/ 2024 है। शराब घोटला में एआईएस अफसर निरंजनदास, अनिल टूटेजा, उनके पुत्र यश टूटेजा के साथ एके त्रिपाठी, विवेक ढांड और तत्‍कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा का नाम शामिल है। शराब घोटला में ही अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, विजय भाटिया के साथ ही एक दर्जन से ज्‍यादा आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। वहीं, कोयला घोटला में सूर्यकां‍त तिवारी, सौम्‍या चौरसिया, आईएएस समीर, रानू साहू, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्‍यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, मंत्री अमरजीत भगत, विधायक देवेंद्र यादव, कांग्रेस के तत्‍कालीन विधायक शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, बृहस्‍पत सिंह, गुलाब कमरो, यूडी मिंज, विनोद तिवारी, इदरिश गांधी और सुनील अग्रवाल सहित करीब 35 लोगों को आरोपी बनाया गया है।

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