युवाओं को हर प्रकार के नशे से दूर रखना देश व समाजहित में-विवेक शुक्ला
नवा बिहान की टीम ने एएसपी विवेक शुक्ला को दी विदाई
अंबिकापुर। नवा बिहान नशामुक्ति जागरूकता अभियान एवं परामर्श केंद्र से जुड़े सामाजिक संगठनों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के स्थानांतरण होने पर ब्रम्हकुमारी सेवा केंद्र अंबिकापुर के सभागार में उन्हें सम्मानित कर विदाई दी। सभागार में आयोजित विदाई समारोह में नवा बिहान के सदस्यों ने उन्हें शॉल, श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह के रूप में तस्वीर भेंट किया। एएसपी विवेक शुक्ला ने नवा बिहान के सदस्यों को सम्मान हेतु धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आप सबसे अपेक्षा है मेरी अनुपस्थिति में भी नशामुक्ति के लिए चलाए जा रहे इस जन जागरण अभियान को सतत जारी रखें। मैं आप सभी से दूर रहते हुए भी सदैव आपके साथ रहूंगा। उन्होंने आगे कहा कि युवा देश के भविष्य हैं। युवाओं को हर प्रकार के नशे से दूर रखना देश एवं समाज के हित में है। पिछले दो वर्षों में नवा बिहान सरगुजा की टीम ने जो काम किया वो अद्भुत है परंतु अभी और बहुत कुछ किया जाना बाकी है। वरिष्ठ समाजसेवी मंगल पांडेय ने कहा कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक होते हुए भी उन्हें कभी यह महसूस नहीं हुआ कि हम किसी पुलिस अधिकारी से मिल रहे हैं। हमेशा एक परिवार के सदस्य के रूप में वे हम सभी से मिलते थे। वरिष्ठ समाज सेविका वन्दना दत्ता ने कहा कि मैंने जब भी विषम परिस्थितियों में इन्हें याद किया वो हमेशा उपलब्ध रहे और समस्याओं का त्वरित समाधान किया, ऐसे अफसर मिलना बहुत मुश्किल है। ब्रम्हकुमारी सेवा केन्द्र प्रमुख विद्या बहन ने कहा नवा बिहान नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने में श्री शुक्ला का प्रमुख योगदान रहा है। उनकी सोच से यह कार्यक्रम क्रियान्वित हुआ। हम सब अलग-अलग सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को एक साथ काम करने का अवसर मिला। समाजसेवी कवि संतोष सरल ने कहा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला ने अपनी कार्यशैली व व्यक्तित्व से अलग पहचान बनाई। पुलिस के बड़े अधिकारी सड़क पर कानून व्यवस्था व यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए पहली बार दिखाई दिए। समाजसेवी अजय तिवारी ने कहा कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। एक साधारण व्यक्ति से पुलिस अधिकारी बनने तक का सफर युवाओं को प्रेरणा देता है। उप पुलिस अधीक्षक शुभम तिवारी ने कहा एएसपी सर के स्थानांतरण की खबर जैसे ही मिली हम लोग बहुत दुखी हुए। इनके रहते हम सब अफसर व कर्मचारी निश्चिंत रहते थे क्योंकि वे खुद फील्ड में आकर सबका काम आसान कर देते थे। कार्यक्रम को समाजसेवी अंचल ओझा, उमाशंकर पांडेय, सरस्वती तिवारी, अमृता जायसवाल, सुनिधि शुक्ला, रणधीर सिंह, अमृत प्रधान, राकेश शर्मा, रजत तिर्की सहित अन्य लोगों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन युवा समाजसेवी अनिल कुमार मिश्रा ने किया।