श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर में उमड़े श्रद्धालु
जन्मोत्सव के साथ बाल गोपाल के जय-जयकार की हुई गूंज
अंबिकापुर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी शहर सहित जिले में बुधवार को धूमधाम के साथ मनाई गई। शहर के सबसे प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर में रात 9 बजे भगवान कृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। मंडलियों द्वारा बधाई गीत गाकर भक्तिभाव के साथ जन्मोत्सव की खुशी मनाई गई। मंदिर में बाल कृष्ण की आकर्षक पालकी सजाई गई थी, जिसे झुलाने के लिए श्रद्धालुओं का तांता देर रात तक लगा रहा। पूरे दिन श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण का दर्शन करने मंदिर में पहुंचे। सपरिवार मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की, वहीं महिलाओं ने भजन-कीर्तन किया।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बुधवार को राज परिवार द्वारा वर्षों पहले बनवाए गए राधा वल्लभ मंदिर को आकर्षक तरीके से सजाया गया था। मंदिर के पुजारी राम नरेश द्विवेदी ने बताया कि रात 9 बजे राज पुरोहित द्विपेश पांडेय के द्वारा श्री कृष्ण जन्मोत्सव की पूजा कराई जाएगी, इसके बाद पूरी रात भजन-कीर्तन का आयोजन होगा। इस मौके पर सिंघाड़ा व नारियल के व्यंजन तैयार किए गए। शहर के सबसे प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर को आधुनिक लाइटिंग व गुब्बारे, फूल-मालाओं से सजाया गया था। मंदिर में पूरे दिन पूजा के लिए श्रद्धालु आते रहे, शाम होते ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के मुख्य द्वार पर पुलिस बल तैनात किए गए थे। बता दें कि शहर का प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर 92 वर्ष पुराना है। मंदिर का निर्माण राज परिवार द्वारा वर्ष 1931 में कराया गया था। तब से प्रति वर्ष श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर विधिवत पूजार्चना की जाती है। शहर सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र से भी यहां भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर सुबह से लेकर देर रात तक श्रद्धालुओं का दर्शन करने का सिलसिला चलता रहता है।
*जगह-जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन*
जिला मुख्यालय अंबिकापुर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी जन्माष्टमी की धूम रही। विभिन्न संगठनों द्वारा जगह-जगह मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। मटकी फोड़ प्रतियोगिता में युवा व बच्चे उत्साह से भाग लिए। इसे लेकर पूरे शहर के खासा उत्साह देखा गया। डीजे की धुन पर आला रे आला गोविंदा आला, हाथी घोड़ा, पालकी… जय कन्हैयालाल की सुमधुर गूंज के बीच नाचते-गाते युवा नजर आए। कई स्थानों पर विभिन्न संगठनों की ओर से आयोजित मटकी फोड़ प्रतियोगिता में पुरस्कार भी रखे गए थे।
*घरों में भी की गई विधिवत पूजार्चना*
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पूरे दिन श्रद्धालु व्रत रखकर रात 12 बजने का इंतजार करते रहे। जन्माष्टमी को लेकर पहले तो उहापोह की स्थिति बनी थी। नगर के प्राचीन राधा वल्लभ मंदिर में छह सितंबर को श्री कृष्ण जन्मोत्सव आयोजन को देखते हुए श्रद्धालओं ने अपने-अपने घरों में भी पूजार्चना की। भक्तों ने बाल गोपाल को दूध, शहद, दही से स्नान कराया और विशेष शृंगार कर झूला झुलाया।
*मदिरा विक्रय, परिवहन एवं परोसना आज प्रतिबंधित*
कलेक्टर कुंदन कुमार ने कृष्ण जन्माष्टमी सात सितंबर को जिले में शुष्क दिवस घोषित किया है। कृष्ण जन्माष्टमी को जिले की समस्त देशी-विदेशी मदिरा दुकान, एफएल 8 एवं मद्य भंडागार को बंद रखने कहा गया है। इस दिन मदिरा का विक्रय, परिवहन एवं परोसना पूर्णत: बंद रहेगा। इस हेतु आदेश का परिपालन सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।