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संकट में खेती:मानसून की बेरूखी से किसान चिंतित, कई जिलों में सूखे का खतरा

छत्तीसगढ़ में मौसम की बेरुखी से किसान चिंतित है,पिछले 10 दिन से मानसून ब्रेक की स्थिति है। सभी जगह बारिश नहीं होने से दोपहर का तापमान बढ़ रहा है। प्रदेश के 13 जिले ऐसे हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें सरगुजा और जशपुर जिलों की हालत तो ऐसी है कि अब तक सामान्य तौर पर जितनी बारिश होनी चाहिए, उसकी आधी भी नहीं हुई है।

इसका नतीजा यह हुआ है कि वहां धान के खेत सूखने की सूचनाएं प्रशासन को मिल रही हैं, जबकि इस वक्त खेत लबालब होने चाहिए। मौसम विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश में केवल 12 जिलों में ही सामान्य बारिश है। लेकिन यहां भी कोटे के अनुसार पानी नहीं गिरा है।

मौसम विभाग चूंकि 19 फीसदी तक कम बारिश होने पर तकनीकी तौर पर उसे सामान्य वर्षा ही मानता है, इसलिए 12 जिले इसे श्रेणी में है। अन्यथा यहां भी औसत से कम बारिश हुई है। एकदम बारिश रुकने से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। धमतरी, रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग सहित कई इलाकों में तेज धूप के कारण तापमान खासा बढ़ गया है। मंगलवार को धमतरी में तापमान 35 डिग्री रिकार्ड किया गया।

ये सामान्य से करीब 5 डिग्री ज्यादा है। राजधानी रायपुर में भी तापमान सामान्य से करीब 3 डिग्री ज्यादा होकर 34 डिग्री पर पहुंच गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि एक-दो दिन बारिश नहीं हुई तो प्रदेश के अधिकांश हिस्से, खासकर मैदानी इलाकों में दोपहर का तापमान 35 डिग्री से ऊपर हो जाएगा।

बीजापुर में अत्यधिक और सुकमा में सामान्य बारिश

फिलहाल प्रदेश में केवल दो जिले बीजापुर और सुकमा में ही सामान्य या उससे अधिक बारिश हुई है। मंगलवार तक के आंकड़ों के अनुसार बीजापुर में अब तक सामान्य से 22 फीसदी पानी ज्यादा गिर चुका है। सुकमा में सामान्य से 19 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। चूंकि 19 फीसदी तक कम या ज्यादा होने पर सामान्य बारिश मानी जाती है, इस वजह से सुकमा में बारिश के आंकड़ों को सामान्य माना जा रहा है।

पूरे प्रदेश में गुरुवार तक वर्षा के आसार नहीं

मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले 2-3 दिन अभी पूरे प्रदेश में बारिश होने के आसार नहीं है। पिछले 24 घंटों के पूरे प्रदेश में केवल बलरामपुर के शंकरगढ़ में गी 3 मिमी पानी बरसा है। नवा रायपुर समेत कहीं-कहीं दोपहर के बाद बूंदाबांदी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ के आसपास कोई मजबूत सिस्टम नहीं बन रहा है। इस वजह से मानसूनी बारिश की गतिविधियां थमी हुई हैं। अगले चौबीस घंटों के दौरान भी कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी के ही आसार हैं।

किसानों का भी मनाना है कि बारिश नहीं होने से फसल पर असर होगा बलौदा के किसान संजय रजक ने बताया कि इस बार सूखे के असर लग रहे हैं खेतों में दरारे पडना चालू हो गया हैl खेत की तरफ आने से टेंशन बढ़ने लगती हैl

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