अम्बिकापुर हाई-प्रोफाईल विधानसभा क्षेत्र से बढ़ रहे हैं कांग्रेस के दावेदार
उप मुख्यमंत्री टी.एस.सिंह देव, खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरूप्रीत सिंह बाबरा, दानिश रफिक सहित लगभग 100 आवेदन ब्लॉक में आये
अम्बिकापुर/कांग्रेस संगठन द्वारा विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के इच्छुत नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से 22 अगस्त तक ब्लॉक लेबल पर आवेदन मंगाये गये हैं। एक ओर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री ने ब्लॉक अध्यक्षों को आवेदन सौंपा है तो वहीं दूसरी ओर उप मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव के क्षेत्र में दावेदारी को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। प्रदेश सरकार में कैबिनेट दर्जा प्राप्त राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरूप्रीत सिंह बाबरा ने सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा विधानसभा प्रत्याशी के तौर पर दावेदारी प्रस्तुत करने के कारण 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के अम्बिकापुर के भेंट मुलाकात कार्यक्रम हेतु बनवाये गये पोस्टर में से उनके फोटो पर सफेट स्टीकर लगाकर फोटो हटाने का कार्य किया गया है। उनसे जब पुछा गया कि यह किसकी हरकत हो सकती है तो उन्होंने कहा कि यह पोस्टर जिला कांग्रेस की ओर से लगा है, क्योंकि निचे में जिला कांग्रेस सरगुजा लिखा गया है तो स्पष्ट है कि जिसने पोस्टर लगाया है उसी ने फोटो को छुपाया है। उन्होंने कहा कि मैं संगठन के रिति, निति एवं दिशा निर्देश के तहत् दावेदारी प्रस्तुत कर रहा हूं, लेकिन यह विरोध समझ से परे है। हालांकि गुरूप्रीत सिंह बाबरा खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के काफी नजदिकी माने जाते हैं और लगातार उनके साथ उन्हें देखा जा सकता है। यहीं कारण है कि सरगुजा में कांग्रेस का जो दो खेमा बंटा हुआ है, उसमें पैलेस खेमा को छोड़ दूसरा अमरजीत भगत खेमे से गुरूप्रीत सिंह बाबरा ने दावेदारी प्रस्तुत की है। इस कारण भी हो सकता है कि संगठन में इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया फोटो छुपा कर दी गई होगी। सरगुजा जिला कांग्रेस संगठन में अध्यक्ष से लेकर ब्लॉक अध्यक्ष तक अधिकतर पदाधिकारी पैलेस खेमा अर्थात् टी एस सिंह देव खेमा के माने जाते हैं। ऐसे में इस दावेदारी को लेकर पार्टी के अंदर ही कई तरह की चर्चा है। हालांकि गुरूप्रीत सिंह बाबरा ने कहा कि मैं निष्ठावान कांग्रेसी हूं टिकट का फैसला हाईकमान को करना है और पार्टी के रिति-नीति नियम के अनुसार ही आवेदन दे रहा हूं।
दरअसल सरगुजा जिले के अम्बिकापुर सीट से प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव तीन बार से विधायक हैं। कुछ समय पहले उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने जैसी बातें कई दफे मिडिया में कहीं थी, जिसके बाद कांग्रेस के कई नेता अंदर ही अंदर चुनाव की तैयारी कर रहे थे। किन्तु उप मुख्यमंत्री बनते ही टी एस सिंहदेव ने तुरंत ही चुनाव लड़ने की बात भी मिडिया में सार्वजनिक की थी और कहा था कि लड़ूं या न लड़ूं जनता के बीच जाकर उनसे पुछ रहा हूं। बहरहाल टी एस सिंहदेव चौथी बार चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं और उन्होंने ब्लॉक कांग्रेस के समक्ष अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत कर दी है। वहीं जब गुरूप्रीत सिंह बाबरा से दावेदारी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि छ0ग0 की प्रभारी शैलजा कुमारी ने 22 अगस्त तक ब्लॉक अध्यक्ष के माध्यम से आवेदन मंगाया है, यह हमारे पार्टी का अंदरूनी लोकतंत्र है, जिसमें एक बड़े नेता से लेकर छोटे कार्यकर्ता तक को दावेदारी प्रस्तुत करने का अधिकार है, उसी हैसियत से मैं भी दावेदारी प्रस्तुत कर रहा हूं, इसी अम्बिकापुर में जन्म लिया हूं और यहीं पढ़ा हूं, इस समाज ने बहुत कुछ दिया है, मैं भी कुछ करना चाहता हूं और इसी तमन्ना के साथ पार्टी से अम्बिकापुर विधानसभा का टिकट मांग रहा हूं।
गुरूप्रीत सिंह बाबरा के आवदेन देने से निश्चित ही पैलेस खेमे एवं भगत खेमे में तलवार खिंच गई है, इसका असर चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। गुरूप्रीत सिंह बाबरा ने अपना आवेदन ब्लॉक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा को सौंपा है, जो अम्बिकापुर शहर के अध्यक्ष हैं। जो टी.एस.सिंह देव के काफी नजदिकी माने जाते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि यह दावेदारी केवल स्थानीय संगठन तक ही बरकरार रहेगी अथवा यह दावेदारी पार्टी राज्य संगठन और केन्द्रीय संगठन तक भी दिखेगी। इसका कितना असर चुनाव में होगा, यह तो अभी बता पाना मुश्किल है, लेकिन चुनाव के ठीक पहले सरगुजा कांग्रेस में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। अमरजीत भगत सीएम भूपेश बघेल के काफी नजदिकी मंत्रियों में से एक हैं और सीएम के कार्यक्रम के ठीक पहले हुए इस बवाल ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं। ऐसे में आगामी चुनाव में कई और रंग देखने को मिलेंगे। वहीं जोगी कांग्रेस से कांग्रेस में आये दानिश रफिक ने भी ब्लॉक अध्यक्ष हेमंत सिन्हा के समक्ष दावेदारी हेतु आवेदन सौंपा है, इतना ही नहीं ब्लॉक कांग्रेस के अनुसार लगभग 100 आवेदन अम्बिकापुर सीट के लिये मिले हैं।