CHHATTISGARH PARIKRAMA

केसीसी में गणतंत्र दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम 

कोरबा शिक्षण समिति द्वारा संचालित एवं अटल बिहारी वाजपेजी विश्वविद्यालय, बिलासपुर से संबद्ध कोरबा कम्प्यूटर महाविद्यालय में हर्षोल्लास के साथ 75वां गणतंत्र दिवस महाविद्यालय के निर्देशक श्री राजेश अग्रवाल जी के मुख्य आतिथ्य, कोरबा शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष श्रीमति रंजना अग्रवाल एवं महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमति संगीता रावत के विशिष्ट आतिथ्य, तथा महाविद्यालय के शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं पालकों की गरिमामय उपस्थिति में मनाया गया।

परंपरानुसार कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए ध्वजारोहण मुख्य अतिथि श्री राजेश अग्रवाल जी ने किया, तत्पश्चात राष्ट्रगान हुआ। अतिथिगणों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया। देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर एवं अन्य महापुरूषों के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण कर, प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। कार्यक्रम की अगली कड़ी में पीजीडीसीए की छात्राएँ पार्वती, यशोदा, अंजली, सुनिधि एवं सुष्मिता द्वारा युगल देशभक्ति गीत की प्रस्तुति तथा बीबीए प्रथम के छात्र हिमांशु द्वारा गणतंत्र दिवस के महत्व पर पीपीटी प्रजेन्टेशन प्रस्तुत किया गया, साथ ही बीबीए प्रथम के अमन द्वारा बहुत ही ओजस्वी भाषण प्रस्तुत किया गया तथा बीसीए अंतिम की छात्रा शिवांगी द्वारा वीर रस से ओतप्रोत कविता का पाठन किया गया, बीसीए द्वितीय के शारदा के एकल नृत्य से माहौल भक्तिमय हो गया।

केसीसी के निर्देशक श्री राजेश अग्रवाल जी ने 75वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर अपने उद्बोधन पर कहा कि हमें खुद को राष्ट्र के लिये समर्पित करने और देश की प्रगति, समृद्धि के लिए मिलकर काम करने के लिये प्रोत्साहित किया, साथ ही उन्होने छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिये महाविद्यालय द्वारा उठाये गये कदमों को रेखांकित किया, यह उल्लेख करते हुये गर्व महसूस किया कि महाविद्यालय उन सभी शैक्षणिक मानकों से काफी आगे है जो देश और समाज के विकास में मदद करेगा व सभी से एक जिम्मेदार नागरिक बनने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का सफल मंच संचालन बीसीए अंतिम के छात्र श्रीराम के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के शिक्षकगण रीना लहरे, लता साव, कपीश कबीर, बालीदास महंत, सुरभि कुण्डू, राजू कुमार सिंह, चुन्नेलाल चुनेश्वर, श्रद्धा खुंटे एवं छात्रों का विषेश योगदान रहा, कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।

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