कोरबा निवासी महिला यात्री सहित तीन बोगियों से चलती ट्रेन में चोरों ने बोला धावा
कोरबा निवासी चंदन पति नारायण लाल रक्सौल-सिकंदराबाद में सफर कर रहीं थीं। वह ट्रेन के बी-1 कोच में सवार थी। उनका रिजर्वेशन बोकारो सिटी से बिलासपुर स्टेशन तक था। गाड़ी अपने तय समय पर रात करीब 1 बजकर 30 मिनट पर बिलासपुर के लिए रवाना हुई। अपनी जगह पर पहुंचने के बाद उन्होंने बैग को सीट के नीचे रख दी और सीट पर लेट गईं। फिर रात करीब 2 बजकर 30 मिनट पर उनकी आंख लग गई। सुबह उसकी नींद खुली, तो कोच में हड़कंप मचा हुआ था। बोगी से कई यात्रियों की बैग चोरी हो गई थी। महिला ने अपनी सीट के नीचे झांककर देखी, तो उसके भी होश उड़ गए। उनका लगेज समेत बैग पार हो गया था। बताया जा रहा हैं की बैग में पांच लाख रुपए कीमत के सोने-चांदी के गहने रखे थे।
ट्रेन में आरपीएफ को लोगों ने इस घटना की जानकारी दी थी। इस घटना से परेशान महिला जैसे ही ट्रेन बिलासपुर स्टेशन पहुंची, वह उतर कर सीधे जीआरपी थाने पहुंच गईं। उन्होंने चोरी की जानकारी पुलिस को दी। बताया कि ट्रेन रांची से राउरकेला के बीच आउटर में रुकी थी। उसी समय चोर गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया होगा। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन के एक कोच ही नहीं बल्कि कई में चोरों ने धावा बोला है। ट्रेन में कई यात्रियों के सामान गायब थे, जिसके चलते अफरा-तफरी मची थी।
बेहोश कर वारदात को अंजाम देने की आशंका
महिला यात्री ने जीआरपी थाने में बताया कि रात करीब दो बजे तक वह जाग रही थीं। इसके बाद अचानक उन्हें नींद आ गई। उन्होंने आशंका जताई है कि चोरों ने घटना को अंजाम देने से पहले कोच में कुछ ऐसी चीजों का छिड़काव किया, जिससे यात्रियों को नींद आ गई। क्योंकि चोरों ने जितने भी बैग या ट्राली बैग पार किए हैं, उन्हें यात्रियों ने चेन से बांधकर रखा था, जिसे चोर काटकर उड़ा ले गए।