वेदांता से डील तोड़ने वाली ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन आ गई भारत, इस राज्य में निवेश का ऐलान
व्यापार समाचार ll दुनिया का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स मेकर फॉक्सकॉन (Foxconn) वेदांता के साथ जॉइंट वेंचर से बाहर क्यों हुआ? यह सवाल कई लोगों के मन में है। वैसे तो आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने सोमवार को कई चीजें साफ की थीं। लेकिन रॉयटर्स की एक रिपोर्ट से जो जानकारी पता लगी है, वो आपको चौंका सकती है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि भारत सरकार और ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन वेदांता की वित्तीय स्थिति (Financial Situation of Vedanta) को लेकर चिंतित हैं। यही कारण रहा कि फॉक्सकॉन ने अनिल अग्रवाल की कंपनी का साथ छोड़ दिया। वेदांता और फॉक्सकॉन ने एक साल पहले एक समझौते पर साइन किये थे। दोनो ने मिलकर एक जॉइंट वेंचर बनाया था, जिसके तहत गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट (Semiconductor Plant) लगाया जाना था। हालांकि, दोनों ही कंपनियों के पास इस सेक्टर का पुराना अनुभव नहीं है। मगर अब कंपनी ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि वह तमिलनाडु के कांजीपुरम जिले में 1600 करोड़ की लागत से एक मोबाइल कंपोनेंट विनिर्माण सुविधा स्थापित करेगीl तमिलनाडु के उद्योग मंत्री ने कहा कि यह निवेश इस बात का प्रमाण है की निवेश के लिए राज्य देश का शीर्ष गंतव्य हैl दरअसल पहले वेदांता और फॉक्सकॉन के बीच सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए ज्वाइंट वेंचर तैयार करने की बात चल रही थीlलेकिन आखिरी समय में कंपनी ने अपने कदम पीछे खींच लिए थेl
वेदांत को दिया था झटका
डील की रिपोर्ट सामने आने के बाद कंपनी ने अपने प्लान का एलान किया है बता दें ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन ने वेदांता सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की योजना को झटका दिया थाl
वेदांता और फॉक्सकॉन के बीच सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए ज्वाइंट वेंचर तैयार करने की बातचीत चल रही थी. दोनों के बीच 19.5 अरब डॉलर की डील भी तय हुई थीl लेकिन आखिरी समय में कंपनी ने अपने कदम पीछे खींच लिए थे iPhone और दूसरे Apple प्रोडक्ट्स को असेंबल करने वाली इलेक्ट्रॉनिक ताइवान कंपनी फॉक्सकॉन और भारत की वेदांता के बीच पिछले साल एक समझौता हुआ था जिसमे दोनों कंपनी मिलकर गुजरात में एक सेमी कंडक्टर प्लांट लगाने वाली थीl