Raipur News: शिक्षक भर्ती के पदों को बढ़ाने की मांग, ज्ञापन देने विधानसभा अध्यक्ष के बंगले पहुंचे युवा अभ्यर्थी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार स्कूलों के विस्तार और स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले जाने के बाद प्रदेश के कई ऐसे स्कूल है जो शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं। वहीं सरकार ने शिक्षक भर्ती के लिए पद भी निकाले लेकिन उस निकाले गए भर्ती में केवल अनुसूचित जनजाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित होने के कारण बाकी वर्गों के अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है। इसी कड़ी में आज बुधवार को कुछ युवा अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती के पदों में वृद्धि की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के बंगले पहुंचे थे।
युवा अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग की है कि निकाले गए शिक्षक भर्ती के पदों की वृद्धि की जाए ताकि सभी वर्गों के अभ्यर्थियों को समान अवसर मिल सके और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर सेवा देकर प्रदेश के बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाया जा सके। वहीं अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के कई कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात ज्ञापन देने के बाद आज विधान सभा अध्यक्ष के बंगले पहुंचे। विधान सभा अध्यक्ष बंगले से सदन के लिए निकले तो अभ्यर्थी ज्ञापन देने की कोशिश किए लेकिन महंत के काफिले सदन के लिए निकल गए।
शिक्षक भर्ती में सभी को मिले समान अवसर यहां बताना लाजमी होगा की शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि बस्तर और सरगुजा संभाग के लिए निकाले गए 12489 पदों में 8000 से अधिक पद केवल अनुसूचित जनजाति वर्ग के अभ्यर्थी के लिए आरक्षित होने के कारण बाकी इस भर्ती में सामान्य वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए बहुत कम पद बचे हैं जिससे इन वर्ग के अभ्यर्थियों में असंतोष है। इसलिए सामान्य वर्ग, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति वर्ग के अभ्यर्थी की मांग है कि सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस भर्ती में 10000 नए पदों की वृद्धि की जाए ताकि सभी को समान अवसर इस शिक्षक भर्ती में मिल सके।